हमारे तीनों आमदारों से निवेदन है की अधिवेशन में परिवहन सेवा की मांग की जाए।
उल्हासनगर : नीतू विश्वकर्मा
उल्हासनगर महानगरपालिका (Ulhasnagar Municipal Corporation) क्षेत्र के नागरिकों को एक बार फिर से परिवहन सेवा (Transport Service) देने का निर्णय उल्हासनगर ममहानगरपालिका (Ulhasnagar Municipal Corporation) ने लिया है। प्रशासन ने परिवहन सेवाओं को फिर से शुरू करने की गतिविधियां शुरू कर दी हैं और प्रथम चरण में २० इलेक्ट्रिक बसों ( Electric Buses) के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई है।
शहर में वर्ष २०१० में परिवहन सेवा निजी ठेका पद्धति से शुरू हुई थी, कुछ साल किसी तरह बस सेवा चलाने के बाद ठेकेदार ने किराए में बढ़ोत्तरी की अनुमति महानगरपालिका से मांगी थी, पर अनुमति न दिए जाने के कारण घाटे में चलने वाली ऊक्त परिवहन सेवा को संबंधित केस्ट्रेल कंपनी ने आखिर बंद कर दी थी, विगत ८ साल से परिवहन सेवा को दुबारा शुरू करने की मांग शहरवासी कर रहे है। बीच में प्रशासन ने परिवहन सेवा के लिए दो टेंडर जारी किए, लेकिन ठेकेदारों का कोई प्रतिसाद नहीं मिलने के कारण यह परिवहन सेवा शुरू नहीं हो सकी, चूंकि परिवहन सेवा बंद है। इसलिए रिक्शा चालकों की मनमानी जारी है। बस सेवा शुरू होने पर रिक्शे वालों की मनमानी पर अंकुश लग सकता है। महानगरपालिका उपायुक्त अशोक नाइकवाडे ने कहा कि महानगरपालिका की परिवहन सेवा का सर्व सामान्य जनता को लाभ मिलेगा।
इस तरह होगा परिवहन सेवा का नया मार्ग जानकारी के मुताबिक परिवहन बेड़े में २० बसे खरीदने के लिए महानगरपालिका प्रशासन के माध्यम से निविदा प्रक्रिया पूरी की गई। दस बसे ३० और शेष दस बसे ४० सीटर होगी। कल्याण रेलवे स्टेशन से उल्हासनगर कैम्प एक, कैम्प ५, अंबरनाथ रेलवे स्टेशन, बदलापूर रेलवे स्टेशन से उल्हासनगर होकर कल्याण रेलवे स्टेशन, अंबरनाथ स्थित प्राचीन शिव मंदिर से कल्याण रेलवे स्टेशन, वीटीसी मैदान मार्ग, वीनस, विठ्ठलवाडी, शिव मंदिर से शीलफाटा, कैम्प नंबर एक से टिटवाला, कैम्प नंबर एक से भिवंडी के साथ ही शहर के अंतर्गत रिंगरूट पर भी कुछ बसे चलाई जाने की तैयारी प्रशासन ने की है।
शौर्य टाइम की यही मांग करता है आमदर बालाजी किनिकर,कुमार ऐलानी व गणपत सेठ गायकवाड से अधिवेशन में इसकी भी मांग राखी जाए और जल्द से जल्द उल्हासनगर में परिवहन की सुविधा शुरू की जाए।