उल्हासनगर में अवैध डांस बार के खिलाफ कई शिकायतें करने के बाद। शौर्य टाइम्स को उठाए गए मुद्दे के प्रति कोई प्रतिक्रिया या कोई कार्रवाई नहीं मिली थी। यदि डीसीपी जोन-4 के अनुसार डांस बार वैध हैं। कृपया वही घोषित करें। हर बार हमने अपराध से राहत पाने के लिए उन डांस बारों को बंद करने के कारणों और तस्वीरों का उल्लेख और अद्यतन किया था। हम कुछ भी दिखावा नहीं कर रहे हैं हमारे पास आधी रात में अपराध होने का सबूत था क्योंकि शराब वाले ने टिप मांगने के कारण वेटर पर हमला किया था। पुलिस इस पर जवाब क्यों नहीं दे रही है या कार्रवाई नहीं कर रही है? क्या पुलिस किसी बड़े अपराध के होने का इंतज़ार कर रही है? नियम तोड़ने वालों के लिए कानून क्यों नहीं है? क्या पुलिस इन अवैध डांस बारों के मालिक के भरोसे चल रही है? शौर्य टाइम्स उन मुद्दों को उठाने के लिए अपना कर्तव्य निभा रहा है जो हमारे समाज को परेशान कर रहे हैं और अपराध को रोकने के लिए इनसे हमारी नई पीढ़ी प्रभावित हो रही है और अपनी महत्वाकांक्षाओं को खो रही है। यहां तक कि हमने भी हाइलाइट किया था कि एन्जॉयमेंट के आधार पर डांस बार 200 से 700 तक अधिक शराब शुल्क वसूल रहे हैं। क्या डांस बार केंद्र सरकार को जीएसटी का भुगतान कर रहे हैं?
उल्हासनगर: नीतू विश्वकर्मा
उल्हासनगर में पुलिस की नाक के सामने १० डांस बार खुलेआम कानूनों को ताक पर रखकर पूरी रात चलते है। उल्हासनगर व आसपास के बड़े गुंडे बदमाश उल्हासनगर के डांस बार में आकर अश्लील गानों पर पैसों को उड़ाकर बार बालाओं को नचाते है। उल्हासनगर में टोपाज़,वर्षा,गोल्डन गेट,90,मधुर,मस्तानी, आंचल पैलेस और राखी डांस बार चलते है वो भी पुलिस की नाक के सामने वैसे तो उल्हासनगर डीसीपी जोन ४ द्वारा कई बार कारवाई की गई है परंतु दूसरे दिन फिर यह डांस बार खुल जाते है। उल्हासनगर के डांस बारों में आए दिन लफड़े झगड़े भी होते रहते है। उल्हासनगर की युवा पीढ़ी और सीनियर सिटीजन इन डांस बारों में जाके अपनी महफिल जमाते है। शाम सात बजे से रात ५ बजे तक उल्हासनगर के यह डांस बार बिंदास पुलिस के संरक्षण में चलते है। उल्हासनगर के डांस बारों में २०० की बीयर ७०० में बेची जाती है। उल्हासनगर की पुलिस भी डांस बारों पर कारवाई करने से कतराती है। उल्हासनगर की युवा पीड़ी और छुट पुट गुंडे बदमाश इन डांस बारों की महफिल सजते है और अपनी कमाई इन डांस बारों में उड़ाते है। उल्हासनगर के डांस बारों में अश्लील गानों पर बार बलाइए भी जमकर थिरथी है।
शौर्य टाइम्स की तरफ से उल्हासनगर में चल रहे अवैध डांस बारों के खिलाफ कई बार शिकायतें करने के बाद के बाद भी अब तक किसी भी प्रकार की कारवाई नही की गई है। शौर्य टाइम्स के द्वारा उठाए गए मुद्दे के प्रति कोई प्रतिक्रिया या कोई कार्रवाई नहीं मिली है।
पुलिस इस पर जवाब क्यों नहीं दे रही है या कार्रवाई नहीं कर रही है? क्या पुलिस किसी बड़े अपराध के होने का इंतज़ार कर रही है? नियम तोड़ने वालों के लिए कानून क्यों नहीं है? क्या पुलिस इन अवैध डांस बारों के मालिक के भरोसे चल रही है?
शौर्य टाइम्स उन मुद्दों को उठाने के लिए अपना कर्तव्य निभा रहा है जो हमारे समाज के युवाओं को बरबाद कर रहे हैं और अपराध को रोकने के लिए इनसे हमारी नई पीढ़ी प्रभावित हो रही है और अपनी महत्वाकांक्षाओं को खो रही है। क्या डांस बार केंद्र सरकार को जीएसटी का भुगतान कर रहे हैं?
शौर्य टाइम्स की तरफ से डीसीपी जोन ४ के आयुक्त को आवाहन किया जाता है जल्द से जल्द इन डांस बारों पर कारवाई करे।