उल्हासनगर शहर की वालधुनी नदी किनारे पर फिर भू माफिया सक्रीय होकर कर ली सरकारी जमीन हड़प।
उल्हासनगर: नीतू विश्वकर्मा
उल्हासनगर शहर की वालधुनी नदी किनारे पर उल्हासनगर के एक राजनैतिक पार्टी के एक जाना माना भू माफिया ने वालधुनी नदी के किनारे पर एक बड़ा हिस्सा वो भी सरकारी जमीन कर ली हड़प और जमीन हड़प कर कई दिनों से भू माफिया ने उस जगह पर चाल बनाने का काम भी शुरू कर दिया है। आखिर उल्हासनगर महानगर पालिका के अधिकारी इस भू माफिया पर ध्यान क्यूं नही देते। वालधुनी नदी किनारे, १ एकड़ ज़मीन पर, २० हज़ार स्क्वेयर फीट ५ फीट ऊंचा सिमेंट कंक्रीट का स्लैब पिछले १ महीने से डाले जानेतक प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारी और कथित स्थानीय लोकप्रतिनिधि क्या कर रहे थे?उल्हासनगर ३ खेती एरिया, २० सेक्शन में वालधुनी नदी पात्र में ही बड़ा स्लैब डालकर ६० कमरों की चॉल भू माफिया नदी किनारे सरकारी जमीन पर बना रहा है। ज्ञात हो की पहले भी यह भू माफिया द्वारा वालधुनी नदी किनारे की एरिया पर ३ प्लॉट्स पर हुये अवैध निर्माणों जो वालधुनी नदी किनारे के पात्र में हुये उनकी शिकायत पहले ही सुप्रीम कोर्ट में पोहोंच चुकी है, निर्माण बंद है और वहां उक्त प्लॉटों पर सरकार ने बोर्ड लगाकर अधिग्रहण कर लिया है परंतु अब फिर उसी भू माफिया ने थोड़ा आगे जाकर फिर जमीन हड़प कर ली।अब ये राजनैतिक भू माफिया न जाने चॉल में रूम बेचकर किन ६९ परिवारों को गड्ढे में और नदी की बाढ़ में डुबाने वाला है इसकी के चलते आने वाले दिनों में स्थानिकों को बाढ़जन्य स्थिती का सामना करना पड़ सकता है।
शौर्य टाइम्स उल्हासनगर महानगर पालिका, उप विभागीय अधिकारी और भूमि अभिलेख कार्यलय के अधिकारियों से को यह आव्हान करता है जल्द से जल्द इस वालधुनी नदी किनारे चल रहे सरकारी जमीन पर अवैध कामों को बंद करवाकर भू माफिया पर कानूनी कार्रवाई करे।