शहीद जनरल अरुणकुमार वैद्य सभागृह टाउन हॉल में ” विरसे नाल वैसाखी ” नामक सांस्कृतिक कार्यक्रम सम्पन्न।
उल्हासनगर: नीतू विश्वकर्मा
बैसाखी, अन्नदाता किसानों की खुशहाली और समृद्धि का प्रतीक होने के साथ ही “खालसा पंथ” की स्थापना का दिवस भी है, इसी दिन दशमेश गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने खालसा पंथ की नींव रखी थी, दशमेश पिता युवा सिख लबाना सेवा संस्था उल्हासनगर का प्रसिद्ध सामाजिक संघटन द्वारा 23 अप्रैल की शाम उल्हासनगर 3 के शहीद जनरल अरुणकुमार वैद्य सभागृह टाउन हॉल में ” विरसे नाल वैसाखी ” नामक सांस्कृतिक कार्यक्रम में गीत, लोक संगीत, गतका, भांगड़ा व कविताओं के माध्यम से संदेशात्मक कार्यक्रम आयोजित किया गया,इस अवसर पर संगत को आशीर्वाद प्रदान करने विशेष रुपसे जत्थेदार बाबा रंजितसिंघजी और बाबा मनजीतसिंघ जी पधारे थे।
शासन, प्रशासन द्वारा सम्मानित उमनपा के अधिकारी वर्ग राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त बाला नेटके व टीम, राजेश घनघाव, दिपक वलेचा व समाज के लिये समर्पित सामाजिक संघटनों, व्यक्तियों और पत्रकार भाई बहनों का दशमेश पिता युवा सिख लबाना सेवा संस्था की तरफ से प्रमाणपत्र देकर सत्कार भी किया गया।
टाऊन हॉल मे कार्यक्रम आयोजन में लबाना समाज के हज़ारों भाई बहनों और बच्चों की उपस्थिति के साथ विधायक श्री कुमार आयलानी, पुर्व विधायक पप्पु कालानी जी, भुल्लर महाराज, जमनू पुरसवानी, महेश सुखरामानी, लाल पंजाबी, धनंजय बोडारे जी, भरत गंगोत्री, सोनिया धामी, रोहित सालवे, अजित सिंग, मीना कोर लबाना आदी मान्यवर उपस्थित रहे।