झुलेलाल मंदिर उल्हासनगर १ का चालिया व्रत मटकी मेला के साथ समापन आज।
उल्हासनगर : नीतू विश्वकर्मा
सिंधी समुदाय का चालीस दिवसीय अखंड ज्योती महोत्सव चालिया पर्व झुलेलाल मंदिर उल्हासनगर कैम्प नम्बर १ का चालिया व्रत १६ जुलाई से शुरू हुआ था, ४० दिन के व्रत उपवास से आरम्भ हुआ आज २४ अगस्त को मटकी मेला और भव्य शोभायात्रा के साथ समापन होगा,
सिंधी समाज चालीस दिनों तक व्रत-उपवास रखकर पूजा-अर्चना के साथ सुबह-शाम झूलेलाल कथा का श्रवण करते है, इस महोत्सव में झूलेलाल मंदिरों को विशेष रूप से सुसज्जित किया जाता है, तथा मंदिरों में कथा, आरती, भजन-कीर्तनों के साथ धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन रहता है।
७५ सालों से प्रज्वलित अखण्ड ज्योत को साक्षी मानते हुए परंपरा के साथ इस वर्ष भी झुलेलाल मंदिर उल्हासनगर कैम्प नम्बर १ का चालिया व्रत प्रतिवर्ष की तरह १६ जुलाई २०२३ को शुरू हुआ था, २४ अगस्त के दिन उल्हासनगर कैम्प १ झुलेलाल मंदिर में पुज्य चालिया साहिब व्रत का समापन होग। उल्हासनगर के प्रसिद्ध भाऊ परसराम झूलेलाल मंदिर मे बरसो से इस दिन आशा और मुरादो की मटकी ले कर साई झूलेलाल के कुंड मे प्रवाह की जाती है, माना जाता है कि इस से सारी मुरादे लाल साई पूरी करते है , उसके बाद २४ अगस्त दोपहर को भाऊ लिलाराम साई के देख रेख मे झूलेलाल जुलूस विभिन्न झाँकियों व संस्कृतिक कलाओ के साथ उल्हासनगर १ झुलेलाल मंदिर से उल्हासनगर ३ हिराघाट मंदिर तक निकलेगा जिसमे शहर भर से हजारो लोग शामिल होंगे और समापन मे २५ अगस्त को अखा प्रवाहित करके पल्लव साहेब के बाद उपवास की विधिवत समाप्ति होगी।