सामाजिक कार्यकर्ता सूरज तम्हाणे के खिलाफ साजिश…! संबंधित अपराधियों पर तडीपार करणे की मांग।
कल्याण : नीतू विश्वकर्मा
जो बात पिछले दो दिनों से चर्चा में है, वह यह है कि म्हारालगांव में दो गुटों के बीच हुए तूफ़ानी झगड़े में एक बेटे और मां पर हमला कर घायल हो गये. दूसरे गुट के सौरव निरागुड़े की पीठ पर भी धारदार हथियार से वार किया गया.उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सरकारी अस्पताल में उनकी पीठ पर बारह टांके लगे हैं और उनका इलाज चल रहा है।यह पूरी घटना किसी पुराने झगड़े के गुस्से के कारण मानी जा रही है। इस अपराध में सामाजिक कार्यकर्ता सूरज तम्हाणे को फंसाने की कोशिश की गई है। सूरज तम्हाणे मूल रूप से अनखर-म्हसकल गांव के रहने वाले हैं और युवा ग्राम पंचायत सदस्य हैं।, इसलिए उनका सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में प्रभावशाली कार्य है। साथ ही उनके ग्राम पंचायत क्षेत्र में आदिवासी समुदाय का प्रतिशत अधिक होने के कारण वे आदिवासी समुदाय की समस्याओं के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। उनके परीवार के सदस्याने मीडिया से बात करते हुए बोला की निखिल चौधरी और मयूर चौधरी का पूरा परिवार और उनकी मां वंदना चौधरी अपराधी हैं. निखिल चौधरी और मयूर चौधरी के खिलाफ कई अपराध दर्ज हैं और कुछ महीने पहले ॲट्रॉसिटी ॲक्ट का मामला भी दर्ज किया गया है। इन दोनों भाईयो ने म्हारल गांव में आतंक का माहौल पैदा कर दिया है।स्थानीय नागरिकों की भी मांग है कि ऐसे अपराधियों पर तडीपार करके मुकदमा चलाया जाना चाहिए. क्योंकि जमानत पर छूटने के बाद ये बार-बार अपराध करते हैं। ओर आतंक मचाते फिरते है।मुझे झूठे अपराध में फंसाने की कोशिश की जा रही है, कई बार सूरज के खिलाफ ऐसी साजिश रची जा चुकी है। मैं सामाजिक क्षेत्र में जो प्रगति कर रहा हूं और युवाओं से मुझे जो सम्मान मिल रहा है और मेरे भाईके प्रति जो प्यार और पसंद बढ़ रहा है उसे न देखकर चौधरी परिवार मेरी छवि खराब कर रहा है और झूठे अपराध में फंसाने की कोशिश कर रहा है। समीर निरागुडे भी आदिवासी समुदाय से हैं, इसलिए उनके और हमारा बीच दोस्ताना संबंध हैं।सुरज घटना स्थल पर मौजूद नहीं था।सूरज पर्सनल काम के लिये मैं गांव के बाहर गया था।जिस जगहा पर सूरज गया था वाहा का पूरा सीसीटीवी पुलिस प्रशासन को देने वाले है।और पुलिस ने पूरे मामले की सही तरीके से जाच करे और हमारा पोलीस प्रशासन पर विश्वास हैं की हमे न्याय जरूर देंगे।