घरेलू कामगारों के हक और सम्मान के लिए अभियान का समापन समारोह संपन्न।







उल्हासनगर : नीतू विश्वकर्मा
महामाया असंगठित कामगार संघटना द्वारा घरेलू कामगारों के अधिकार और सम्मान के लिए 26 नवंबर से 10 दिसंबर 2024 तक चलाए गए अभियान का भव्य समापन समारोह 10 दिसंबर 2024 को मानव अधिकार दिवस के अवसर पर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर नगर, हिल लाइन पुलिस स्टेशन के पास, उल्हासनगर-5 में आयोजित किया गया।
प्रमुख अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति
समारोह में प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित रहे:
डॉ. राजू राम (वकील, सामाजिक कार्यकर्ता, आरटीआई एक्टिविस्ट, पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता)
एडवोकेट शिल्पा राजू राम (बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की जिला संयोजिका)
आनंदा होवाळ (मिशन जय भारत और इंडियन सोशल मूवमेंट के संस्थापक अध्यक्ष)
शशिकांत दायमा (वरिष्ठ पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता और नदी संवर्धन के मुख्य मार्गदर्शक)।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं
समारोह की अध्यक्षता महामाया असंगठित कामगार संघटना की अध्यक्षा मीराताई सपकाळे ने की। इस अवसर पर संघटना के सभी सदस्य, महाराष्ट्र राज्य घरेलू कामगार समन्वय समिति की महिला पदाधिकारी, और समाजसेवा में सक्रिय कई प्रमुख व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
शाहिरी जलसा ने किया जनजागरण
कार्यक्रम में शीतल भंडारे और उनकी टीम ने प्रबोधन कलामंच के माध्यम से शाहिरी जलसा प्रस्तुत कर जागरूकता फैलाई। इस शाहिरी जलसे ने घरेलू कामगारों के अधिकार और उनके सम्मान को लेकर समाज में जनचेतना जगाने का कार्य किया।
घरेलू कामगारों के मुद्दों पर जोर
समापन समारोह में वक्ताओं ने घरेलू कामगारों की समस्याओं, उनके अधिकारों और उनके सामाजिक सुरक्षा के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। साथ ही, उन्हें संगठित होकर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने की प्रेरणा दी गई।
संदेश और प्रेरणा
इस अवसर पर महामाया असंगठित कामगार संघटना ने घरेलू कामगारों के हक और सम्मान की लड़ाई को आगे ले जाने का संकल्प व्यक्त किया। प्रमुख अतिथियों ने भी इस अभियान की सराहना करते हुए इसे और अधिक व्यापक स्तर पर ले जाने की आवश्यकता पर बल दिया।
जनचेतना की नई पहल
यह समापन समारोह केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि समाज में घरेलू कामगारों के प्रति सम्मान और उनके अधिकारों को स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।