आधे अधूरे बने गेबियन बांधों के कारण हो सकता है बरसात में जलजमाव।
उल्हासनगर : नीतू विश्वकर्मा
उल्हासनगर के नालों में जगह जगह ये ऐसे आधे अधुरे गेबियन बांध बनाके रखे है, जो कहीं पर भी पूरे नहीं बन पाये है,नालों के माध्यम से नदी में कचरा ना जाये इसलिये उपाययोजना करने हेतु एनजीटी व सर्वोच्च न्यायालय की सूचना का पालन करने के लिये उल्हासनगर महानगर पालिका प्रशासन द्वारा ऐसे छोटे छोटे व आधे अधूरे लोहे की जाली और पत्थरों से बने गेबियन बांध बनाये है, परंतु यह प्रयास सिर्फ कोर्ट को दिखाने के लिये किया जा रहा है। ताकि कोर्ट के आदेश की अवमानना ना हों।परंतु इन आधे अधूरे बांधों से कचरा आज भी बड़ी मात्रा में अटकता है, आगामी बरसातकाल मे इन अधुरे बांधो की वजह से आसपास के क्षेत्रों में जलजमाव हो सकता है ऐसा स्थानीय पूर्व नगरसेवको का मानना है।
उल्हासनगर १ शहाड स्टेशन के सामने कोर्णाक रेजिडेंसी ईमारतसंकुल के बाजू के नालेमें ऐसा ही अधूरा गेबियन बांध बना दिया है जिस कारण बरसात में आसपास का परिसर जलजमाव के कारण डूब सकता है ऐसी शिकायत उमनपा प्रशासन से पूर्व नगरसेवक राजेश टेकचंदानी द्वारा की गई है।जिसकी दख़ल मनपा प्रशासन व सम्बंधित विभाग को लेना आवश्यक है।