श्री गणेश मूर्ति सहित महापुरुष एवं अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां बनानेवाले निर्माता एवं विक्रेता दुकानदार ध्यान दें।
उल्हासनगर : नीतू विश्वकर्मा
श्री गणेशोत्सव १९ सितंबर से शुरू हो रहा है, उल्हासनगर, अंबरनाथ, कल्याण के आसपास देखा गया है कि श्री गणेश की मूर्तियों के साथ-साथ महापुरुष और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां भी बनाई और बेची जा रही हैं।
सनातन हिंदू पद्धति के अनुसार भगवान गणेश की मूर्ति को १ या १० दिन में विसर्जित करने की परंपरा है, लेकिन देखा जाता है कि श्री गणेश की मूर्ति के साथ-साथ महापुरुष और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां भी बनाई जाती हैं। देवी-देवताओं का विसर्जन भी किया जायेगा जो हिंदू धर्म में वर्जित है।यह बात श्री गणेश मूर्ति के साथ-साथ महापुरुष और अन्य देवी-देवताओं की मूर्ति बनाने वाले निर्माताओं और विक्रेताओं को भी समझनी चाहिए साथ ही श्रद्धालुओं को दुकानदारों से ऐसी मूर्तियां खरीदकर स्थापित नहीं करनी चाहिए तथा उनका विसर्जन नहीं करना चाहिए, ताकि हिंदू धर्म व अन्य श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस न पहुंचे।