बी के बिर्ला स्कूल कल्याण पर जिल्हा तथा स्थानीय शिक्षा आस्थापनो की सक्त कारवाईका इशारा।
कल्याण : नीतू विश्वकर्मा
ता. १० जून २४ कल्याण स्थित बहुचर्चित जानेवाली बि. के. बिर्ला स्कूल, कल्याण पर जिल्हा तथा स्थानीय कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका के शिक्षा विभागसे स्कूल से बच्चो को निकाल देने की तथा उनको स्कूल से दिया जाने वाला ट्रान्सफर सर्टिफिकेट में अटकले किये जाने पर प्राप्त हो रही पालको की फिर्याद को सुनते हुए सक्त कारवाई करने के लिये निर्देश दिये है तथा सी.बी.एस.सी. पुने और संचालक शिक्षा विभाग, शिक्षा आयुक्त पुने और उपसंचालक मुंबई में इस बारे में योग्य कारवाई संदर्भ सुचित किया है.
प्राप्त सूचना के अनुसार बी.के. बिर्ला स्कूल, कल्याण में बहुत बडी मात्रा में सरकारी नियमौ का उल्लंघन करते हुए स्कूल बच्चो से बडी मात्रा में फी वसुली तथा बच्चो को स्कूल युनिफॉर्म किताबे जबरन देने का मामला सामने आया है. इस संदर्भ में जिला शिक्षा विभाग ने 2022 में स्कूल प्रशासन को पत्रद्वारा लिखित में इस तरह बच्चो को और उनके परीजनो को मानसिक तकलीफ देने से मना किया है, इसके बावजूद स्कूल प्रशासन अपनी मनमानी पर अडा हुआ है.
कोविड 19 के बाद देश में हुई महामारी को मद्दे नजर रखते हुए स्कूल के पालक वर्ग ने स्कूल प्रशासन को सालाना फीज में बढोत्री न करने के लिए विनंती की, लेकिन स्कूल प्रशासन ने गलत गठीत समिती से गलत तरीके से स्कूल फीस में 25% और नये ऍडमिशन के लीए 140% तक बढोत्री की है. इस मामले मे स्कूल के लगबग 700- 800 पालकोने उच्च न्यायालय तथा फीज रेग्युलेटर ऑथोरिटी में अपनी गुहार लगाइ लेकिन वहा भी स्कूल प्रशासन ने अपने स्कूल में 2200 बच्चे होने के बावजूद हर साल 10,000 से ज्यादा बच्चे पढते है ऐसे गलत बता कर यह फैसला गलत तरीके से अपने पक्ष में ले लिया. हालाकी पुरे देश मे सी.बी.एस.सी की कोई भी स्कूल में 10,000 से ज्यादा बच्चे होने का कोई भी प्रमाण आज तक प्रस्तुत नही हुआ है. इसलिये, इस तरह के अजब गजब फैसले न्याय पालिका से आते देख कर लोगो को अब न्यायपालिका के फैसलो पर संशय होने लगा है. अभिभी यह याचिका बडी अदालत में हैं.
इन्ही गलत तरीके से सफलताओ के मिलने के बाद स्कूल प्रशासन अपने आपको प्रशासन और अधिकारीओ के उपर मानने लगा है और उनके कोई भी आदेशो को नजर अंदाज कर रहा है. बडी संस्था होने के कारण और कारवाई का कोई खोफ न होने के कारण अब स्कूल उन स्कुल बच्चो के खिलाफ न्यायालय मे की गई कारवाई के खिलाफ गुस्सा निकालते हुए विद्यार्थीयोको गलत तरीके से स्कूल से निकाल कर अतिरिक्त लेट फीज के लिये मानसिक रूप से परेशान कर रहा है और उन्हे स्कूल से दिया जाना जाने वाला ट्रान्सफर सर्टिफिकेट रोका हुवा हैं. इसीलिए स्थानीय शिक्षा विभाग ने बच्चो को उनके शिक्षा के अधिकार से वंचित रखने के लिए सक्त कारवाईका आदेश देते हुए इस मामले में आगे ऐसा न करने के लिये निर्देशित किया हैं.
स्कूल ने काफी सारे बच्चो को निकाल दिया है. स्कूल के इस खुलेआम बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड होते हुए देख प्रशासन भी अभि सक्ती मे आ गया है इस रवय्ये से स्कूल के खिलाफ बहुत नाराजी का माहोल कल्याण शहर में तयार हुआ है. इस मामले मे ऍड मनीष वाधवा, नवीन अच्चरा, संकेत हिंदुराव, पराग पटेल, नरेश बेहरानी, संजय दयाडे, सविता अस्वानी और कई पालको ने स्कूल के खिलाप उग्र आंदोलन करने का इशारा दिया हैं।