रसाळ हटाओ, वालधुनी नदी बचाओ, अंबरनाथ बचाओ।
अंबरनाथ: नीतू विश्वकर्मा
अंबरनाथ नगरपालिका के मुख्याधिकारी प्रशांत रसाळ द्वारा अंबरनाथ नपा के माध्यम से पिछले साल 100 दिन का वालधुनी नदी स्वछता व संवर्धन अभियान चलाया गया था, वालधुनी नदी संवर्धन समीती द्वारा हम सभी सदस्यों ने उनको सराहा था,
परंतु पिछले 2 सालों से वालधुनी नदी पात्र में और किनारे चल रहे अवैध निर्माणों और प्रदूषण को लेकर उनकी नज़रअंदाज़ी देखने मिल रही है।
अंबरनाथ शिवमंदिर के पात्र में हुये कंक्रीटीकरण करके पाइप द्वारा नदी को ले जाया जाने से शुरुआत करके शिवमंदिर के पात्र में और किनारे पर बड़े पैमाने पर हो रहे निर्माणकार्य को रोकना तो दूर की बात है, अब उन्होंने वालधुनी नदी प्रवाह नहीं है ऐसा लिखित पत्र और बयान देकर पर्यावरणवादियों के सालों से चल रहे प्रयासों को और एनजीटी से लेकर सर्वोच्च न्यायालय तक चल रही लम्बी लड़ाई को ही ग़लत साबित कर दिया है।
वालधुनी नदीपात्र, किनारे पर चल रहे निर्माण, गोविंदतीर्थ पुल लोकनगरी शमशान भुमी के पास रिटेनिंग वॉल, गुरुकुल स्कुल के पिछे की रिटेनिंग वॉल को लेकर स्थानीय निवासी, पर्यावरण मित्र, राजनीतिक दल, सामाजिक संगटन व पत्रकारों द्वारा लगातार विरोध के बावजूद इन सब गम्भीर विषयों पर उन्होंने उपरोक्त बयान देकर विराम लगाने के प्रयास किये है।
इसलिये बहोत ही दुःखद अन्तःकरण के साथ हमें यह मांग करते हुये कहना पड़ रहा है कि रसाळ हटाओ, वालधुनी नदी बचाओ, पर्यावरण बचाओ, अंबरनाथ बचाओ।