उल्हासनगर कैम्प 4 में ‘वायरों का जंगल’: सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा।


उल्हासनगर: नीतू विश्वकर्मा
टेक्नोलॉजी भले ही तेज़ी से आगे बढ़ रही हो, लेकिन ज़मीनी व्यवस्था अब भी सुस्त नज़र आ रही है। इसका जीता-जागता उदाहरण उल्हासनगर कैंप 4 के विनस चौक के कोने पर देखने को मिलता है, जहां केबल, वाई-फाई नेटवर्क और अन्य तारों का एक खतरनाक जाल पेड़ों पर लटका हुआ है।
इस ‘वायरों के जंगल’ से न सिर्फ इलाके की सौंदर्यीकरण पर असर पड़ रहा है, बल्कि यह स्थानीय लोगों के लिए एक गंभीर खतरा भी बन चुका है। महिलाओं और बच्चों का इस क्षेत्र से आना-जाना लगा रहता है, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। किसी भी वक्त कोई हादसा हो सकता है, लेकिन प्रशासन और केबल ऑपरेटर्स इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
स्थानीय नागरिकों ने इस मुद्दे को कई बार उठाया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। क्या प्रशासन इस ओर ध्यान देगा? क्या इन लटकते तारों को हटाकर सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी?
स्थानीय प्रशासन और केबल ऑपरेटरों से अपील है कि वे जल्द से जल्द इस गंभीर समस्या का समाधान करें, ताकि कोई बड़ा हादसा होने से पहले ही स्थिति नियंत्रित की जा सके।