उल्हासनगर महानगर पालिका आपत्ति व्यवस्थापन और अग्निशमन दल, धन गुरु नानक दरबार डेरा संत बाबा थरिया सिंह साहब जी दरबार, उल्हास नदी बचाओ कृति समीती के सैंकड़ो स्वयंसेवकों द्वारा और गंगोत्री फाउंडेशन द्वारा दी गयी सेवाएं।
उल्हासनगर : नीतू विश्वकर्मा
उल्हासनगर में कभी भी कोई आपदा आऐ तो सबसे पहले धन गुरु नानक दरबार डेरा संत बाबा थरिया सिंह साहब जी दरबार के दरवाज़े सेवा के लिए हमेशा खुल जाते हैं।कल रात से ही उल्हासनगर, कल्याण, म्हारल, वरप काम्बा गांव में काफी बारिश होने के कारण आसपास के इलाकों में पानी भरने की खबर आ रही थी, लोगों के घर में पानी भर गया और उसके तुरंत ही उनके लिए दरबार साहिब की तरफ से लंगर सेवा का बंदोबस्त रखा गया। उल्हासनगर की संस्थाओं द्वारा सम्पर्क करने पे दरबार साहिब के साथ मिलकर उन सभी इलाकों तक पहुंचे जहां लंगर की सख्त जरूरत है।
गंगोत्री फाउंडेशन द्वारा टेंपो, नास्ता पानी और स्वयंसेवकों के लिये रेनकोट की व्यवस्था की गई, इसके अलावा दरबार साहिब की तरफ से दवाइयां का लंगर की सेवा भी उपलब्ध कराई गई, उल्हासनगर महानगर पालिका आपत्ति व्यवस्थापन और अग्निशमन दल द्वारा उल्हास नदी बचाओ कृती समीती कार्यकर्ताओं और गंगोत्री फाउंडेशन के साथ मिलकर म्हारल, वरप काम्बा गांव में बोट और लाईफ जैकेट लेकर रेस्क्यु ऑपरेशन चलाया गया।
कल रात से ही उल्हास नदी बचाओ कृति समीती के सैंकड़ो स्वयंसेवकों द्वारा बाढ़ग्रस्त इलाक़े में सेवाएं दी गयी। सभियों को सलाम और प्रणाम।