साईं वसंशाह दरबार का बड़ा ऐलान: साईं ओमीराम उर्फ उमेश जगियासी, साईं छोटूराम उर्फ नीरज जगियासी और हीरो जगियासी से सभी संबंध स्थाई रूप से समाप्त।
उल्हासनगर : नीतू विश्वकर्मा
साईं वसंशाह दरबार ने एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए उमेश जगियासी (उर्फ साईं ओमीराम), नीरज जगियासी (उर्फ साईं छोटूराम), और साईं हीरो जगियासी से स्थायी रूप से सभी आधिकारिक संबंध समाप्त कर दिए हैं। इस फैसले की घोषणा स्वयं साईं कलिराम साहेब ने औपचारिक रूप से की, जिसके बाद दरबार के अनुयायियों और भक्तों के बीच हलचल और चर्चा का माहौल बन गया है।
इस ऐलान के अनुसार, दरबार के किसी भी कार्य या परंपरा में अब इन व्यक्तियों की कोई भूमिका नहीं रहेगी। दरबार के लिए यह निर्णय न केवल अनुशासन को मजबूत करने का प्रयास है, बल्कि इससे दरबार के अनुयायियों के बीच पारदर्शिता और स्पष्टता स्थापित करने की भी मंशा है। यह कदम दरबार के मूल्यों और प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए एक सख्त रुख का प्रतीक है, जिसे साईं कलिराम साहेब ने संजीदगी से लिया है।
पार्श्वभूमि:
साईं वसंशाह दरबार में यह निर्णय एक बड़े बदलाव का संकेत देता है, जो कि दरबार के सिद्धांतों और नियमों के प्रति साईं कलिराम साहेब की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।