रात के अंधेरे में संदीप डोंगरे ने लगाया डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का पुतला, शिवसेना में नाराजगी की लहर, कौन है मास्टरमाइंड?
उल्हासनगर : नीतू विश्वकर्मा
उल्हासनगर-4 के सुभाष टेकड़ी इलाके में, संदीप डोंगरे ने अपने कुछ कार्यकर्ताओं के साथ रात के अंधेरे में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का पुतला स्थापित कर दिया। इस कार्रवाई से शिवसेना में काफी नाराजगी देखी जा रही है। खासकर इस बात को लेकर गुस्सा है कि इस कार्य में न तो स्थानीय विधायक, पूर्व शिवसेना शहर प्रमुख, नगरसेवक, न ठेकेदार और न ही उल्हासनगर महानगर पालिका के किसी अधिकारी को शामिल किया गया।साथ ही इस कदम की न तो किसी स्थानीय निवासी और न ही समाज से कोई सहमति ली गई थी।
शिवसेना के शिंदे गुट के बड़े अधिकारी और पदाधिकारी इसे अपनी प्रतिष्ठा के खिलाफ मानते हुए इस घटना को संदीप डोंगरे द्वारा उन्हें नीचा दिखाने की कोशिश बता रहे हैं। पार्टी में आंतरिक कलह की स्थिति उत्पन्न हो गई है और सवाल उठ रहा है कि आखिर सैंडिप डोंगरे के पीछे किसका हाथ है? कौन है इस घटनाक्रम का मास्टरमाइंड?
यह घटना न केवल स्थानीय राजनीति में उथल-पुथल मचा रही है, बल्कि पार्टी के अंदरूनी गुटों के बीच तनाव को भी उजागर कर रही है। अब देखना होगा कि शिवसेना इस मुद्दे पर क्या कदम उठाती है और क्या यह विवाद और भी गहरा होता है या हल निकलता है।