उल्हासनगर शहर में अवैध लॉटरी माफिया फिर सक्रिय।

उल्हासनगर: नीतू विश्वकर्मा
शहर में एक बार फिर से अवैध लॉटरी की दुकानें खुल गई हैं, जो पहले भी बड़े जीएसटी घोटाले का कारण बन चुकी हैं। इन दुकानों पर पहले कार्रवाई कर इन्हें बंद किया गया था, लेकिन अब ये दोबारा संचालित होने लगी हैं।
कुछ वर्ष पूर्व अंबरनाथ के विधायक डॉ. बालाजी किनिकर ने इस गंभीर मुद्दे को विधानसभा में उठाया था। इसके बाद तत्कालीन गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कड़े निर्देश देते हुए कहा था कि ऐसी सभी अवैध लॉटरी दुकानों को बंद कराया जाए। साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया था कि यदि किसी क्षेत्र में ये दुकानें चलती हुई पाई गईं, तो संबंधित पुलिस अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित किया जाएगा।
हालांकि, वर्तमान स्थिति में इन अवैध दुकानों के संचालक बेखौफ हैं। उनका दावा है कि उनका पैसा नीचे से ऊपर तक सभी तक पहुंचता है, और इसी वजह से कोई उन पर कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं करता।
शहरवासियों का कहना है कि इन दुकानों से न केवल कर चोरी होती है, बल्कि समाज पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अब देखना होगा कि राज्य के मुख्यमंत्री तथा गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस गंभीर समस्या पर क्या ठोस कदम उठाते हैं।
क्या प्रशासन इन अवैध दुकानों पर रोक लगाने में सफल होगा, या फिर संचालकों के दावे ही सही साबित होंगे? जनता को इस मुद्दे पर त्वरित और सख्त कार्रवाई की उम्मीद है।