महाशिवरात्रि महोत्सव के मद्देनज़र 8 दिन तक कत्लखाने और मांस की दुकानों को बंद रखने की मांग, धार्मिक स्थलों पर सीसीटीवी लगाने का आग्रह।

उल्हासनगर: नीतू विश्वकर्मा
महाशिवरात्रि महोत्सव को ध्यान में रखते हुए, उल्हासनगर महानगरपालिका क्षेत्र में 21 फरवरी 2025 से 28 फरवरी 2025 तक कुल 8 दिनों तक कत्लखाने और मांस की दुकानों को बंद रखने की मांग की गई है। यह निवेदन राष्ट्र कल्याण पार्टी के उल्हासनगर अध्यक्ष धनंजय मिश्रा द्वारा उल्हासनगर महानगरपालिका के आयुक्त एवं प्रशासक, साथ ही पुलिस उपायुक्त (परिमंडल 4) को सौंपा गया है।
धार्मिक भावनाओं के मद्देनज़र और महाशिवरात्रि के दौरान शहर में लाखों श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए, यह अनुरोध किया गया है कि मांस की बिक्री और कत्लखानों को अस्थायी रूप से बंद रखा जाए। इसके अलावा, भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शहर के तीन प्रमुख धार्मिक स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की भी मांग की गई है।
धनंजय मिश्रा का कहना है कि महाशिवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, और इस दौरान लाखों श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए विभिन्न मंदिरों में एकत्र होते हैं। ऐसे में उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचे और शहर में शांति व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए मांस विक्रय पर अस्थायी प्रतिबंध आवश्यक है।
शहर में बढ़ती भीड़ और सुरक्षा के मद्देनज़र धार्मिक स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की भी मांग की गई है। मिश्रा का कहना है कि महाशिवरात्रि जैसे बड़े आयोजनों में सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था होना जरूरी है, जिससे किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। सीसीटीवी कैमरों की स्थापना से श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी और कानून-व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाए रखने में पुलिस प्रशासन को मदद मिलेगी।
यह निवेदन जनता की भावनाओं और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दिया गया है। अब यह देखना होगा कि उल्हासनगर महानगरपालिका और पुलिस प्रशासन इस पर क्या कदम उठाते हैं। यदि मांग को स्वीकार किया जाता है, तो इससे महाशिवरात्रि महोत्सव शांतिपूर्ण और सुरक्षित माहौल में संपन्न हो सकेगा।
धार्मिक आयोजनों में आस्था और कानून-व्यवस्था के संतुलन को बनाए रखना प्रशासन के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है। ऐसे में, इस मांग पर जल्द निर्णय लिए जाने की उम्मीद की जा रही है।