बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा के खिलाफ उल्हासनगर मुस्लिम समाज ने दिया ज्ञापन,महाराष्ट्र में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर कार्रवाई की मांग।



उल्हासनगर: नीतू विश्वकर्मा
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रही हिंसा और अत्याचार के विरोध में उल्हासनगर के मुस्लिम समाज ने जोन 4 के डीसीपी श्री सचिन गोरे और प्रांत अधिकारी श्री विजयानंद शर्मा को ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में बांग्लादेश की घटनाओं की निंदा करते हुए महाराष्ट्र में असामाजिक तत्वों द्वारा सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिशों पर चिंता व्यक्त की गई।
मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से अपील की है कि वे बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ सख्त कदम उठाएं। साथ ही, महाराष्ट्र में कुछ अतिवादी समूहों द्वारा गरीब मुस्लिम परिवारों, फेरीवालों और दुकानदारों पर किए जा रहे अत्याचारों पर भी प्रशासन से सुरक्षा की मांग की गई है।
ज्ञापन में कहा गया कि बांग्लादेश की घटनाओं की आड़ में कुछ असामाजिक तत्व राज्य में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे तत्वों पर तुरंत नियंत्रण कर कानूनी कार्रवाई करने की आवश्यकता है ताकि राज्य में शांति और भाईचारा कायम रहे।
इस अवसर पर मुस्लिम समुदाय के प्रमुख सदस्य, जिनमें शाहिद अंसारी, डॉ. शमीम, डॉ. शहाबुद्दीन, शेख साबिर भाई, शेख मैनुद्दीन भाई, पूर्व नगरसेवक जाफर चौधरी, अहमद खान, शहाबुद्दीन खान, मोनू सिद्दीकी, हाशिम खान, इरशाद खान, जावेद शेख, अलीमुद्दीन अंसारी, बादशाह शेख, वसीम शेख और यूसुफ शेख शामिल थे, ने एक स्वर में सरकार से कठोर कदम उठाने की अपील की।
मुस्लिम समाज ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र की सांप्रदायिक एकता को सुरक्षित रखना सभी की प्राथमिकता होनी चाहिए। प्रशासन से यह सुनिश्चित करने की मांग की गई कि किसी भी वर्ग को असुरक्षा महसूस न हो और शांति एवं सौहार्द्र बनाए रखा जा सके।