ख्वाजा कुरैशी ने खोली UMC की पोल: अवैध निर्माण का ठेका लेकर अब खुद कर रहे खुलासा, आमरण अनशन की चेतावनी! क्यों बना ठेकेदार विरोधी?



उल्हासनगर: नीतू विश्वकर्मा
उल्हासनगर के हिराघाट क्षेत्र में 7500 वर्ग फुट पर चल रहे अवैध शेड निर्माण को लेकर अब राजनीति की बू आ रही है। चौंकाने वाली बात यह है कि जिस ख्वाजा अब्दुल कुरैशी ने यह ठेका लेकर निर्माण कार्य शुरू किया था, वही अब इसके विरोध में उतर आए हैं। सवाल उठता है कि आखिर अचानक ख्वाजा ने अपना रुख क्यों बदला? इसके पीछे की सच्चाई क्या है?
ख्वाजा कुरैशी का दावा है कि उन्होंने कई बार उल्हासनगर महानगरपालिका (UMC) और प्रभाग क्रमांक २ के संबंधित अधिकारियों को पत्र दिए, RTI कार्यकर्ताओं और सामाजिक सेवकों ने बार-बार कार्रवाई की मांग की, लेकिन फिर भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। क्या यह सब किसी बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है? क्या यह जमीन किसी प्रभावशाली राजनीतिक या व्यावसायिक गठजोड़ की शिकार हो चुकी है जिसमें UMC की भी भूमिका संदिग्ध है?
ख्वाजा कुरैशी का यह भी आरोप है कि अवैध शेड सिंधी समाज की स्कूल की जमीन पर जबरन बनाया जा रहा है और समाज को गुमराह किया जा रहा है। वे बताते हैं कि काम लगभग पूरा हो चुका है, फिर भी न तो प्रभाग अधिकारियों ने कोई साइट विज़िट की और न ही किसी पत्र का जवाब दिया गया।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए ख्वाजा कुरैशी ने 6 मई 2025 को उल्हासनगर महानगरपालिका कार्यालय के सामने आमरण अनशन करने का ऐलान किया है। उन्होंने यह भी कहा है कि यदि इस दौरान उन्हें कोई क्षति पहुँचती है, तो उसकी जिम्मेदारी शेड निर्माणकर्ता संदीप सिंह की होगी, जिनसे उन्हें जान से मारने की धमकी भी मिल चुकी है।
अब बड़ा सवाल ये है:
क्यों UMC अब भी चुप्पी साधे बैठी है?
क्या किसी सत्ताधारी का संरक्षण इस अवैध निर्माण को मिला हुआ है?
और क्या प्रशासनिक निष्क्रियता किसी बड़े खेल की ओर इशारा कर रही है?
यह मामला अब सिर्फ अवैध निर्माण का नहीं, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही और संभावित भ्रष्टाचार का गंभीर उदाहरण बन चुका है।