प्राचीन शिवमंदिर के पास मुस्लिम कब्रिस्तान न बनाया जाए – ग्रामस्थ मंडळ का प्रशासन को निवेदन

उल्हासनगर/अंबरनाथ : नीतू विश्वकर्मा
अंबरनाथ गांव के हजारों वर्ष पुराने प्राचीन शिवमंदिर की पवित्रता बनाए रखने की मांग को लेकर ग्रामस्थ मंडळ जुने अंबरनाथ गाव की ओर से उल्हासनगर महानगरपालिका आयुक्त और पोलीस उपायुक्त, परिमंडळ ४, उल्हासनगर को एक गंभीर निवेदन सौंपा गया।
यह मंदिर ठाणे ज़िले के सबसे प्राचीन और आस्था का केंद्र माने जाने वाले तीर्थ स्थलों में से एक है, जहाँ महाशिवरात्रि के दौरान लाखों श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन के लिए एकत्रित होते हैं।
👉 विवाद का मुख्य कारण:
इस मंदिर के नजदीक उल्हासनगर सीमा में स्थित गणेश विसर्जन घाट के बगल में मुस्लिम दफनभूमि (कब्रिस्तान) का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। इसे लेकर स्थानीय हिंदू समाज और श्रद्धालुओं में गहरी नाराजगी है, क्योंकि यह क्षेत्र परंपरागत रूप से हिंदू धार्मिक यात्रा मार्ग और विसर्जन स्थल माना जाता है।
🗓️ 29 नवंबर 2022 को इस प्रस्ताव के विरोध में उल्हासनगर महानगरपालिका कार्यालय के बाहर हजारों लोगों ने जन आक्रोश मोर्चा निकाला था और मांग की थी कि इस विवादित प्रस्ताव को तत्काल रद्द किया जाए, जिससे भविष्य में किसी भी तरह के धार्मिक तनाव या टकराव से बचा जा सके।
📝 निवेदन की मुख्य माँगें:
शिवमंदिर की पवित्रता और परंपरा को ध्यान में रखते हुए मुस्लिम कब्रिस्तान का प्रस्ताव रद्द किया जाए।
मुस्लिम समुदाय के लिए वैकल्पिक स्थान पर दफनभूमि उपलब्ध करवाई जाए।
⚠️ चेतावनी:
ग्रामस्थ मंडळ ने निवेदन में स्पष्ट किया है कि अगर प्रशासन और पुलिस विभाग द्वारा समय रहते उचित और संतुलित निर्णय नहीं लिया गया, तो वे आंदोलनात्मक मार्ग अपनाने पर विवश होंगे और इसके लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
📞 संपर्क:
शिवमंदिर पाटील पुजारी – 8855959444