सेंट्रल पुलिस स्टेशन अंतर्गत ‘Topaz Dance Bar’ पर गंभीर आरोप — पुलिस मैनेजमेंट के दावों के बीच बांग्लादेशी और नाबालिग लड़कियों के इस्तेमाल का खुलासा!

उल्हासनगर प्रतिनिधि : नीतू विश्वकर्मा
उल्हासनगर में स्थित सेंट्रल पुलिस स्टेशन अंतर्गत टोपाज डांस बार को लेकर एक बार फिर सनसनीखेज आरोप सामने आए हैं। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, बार प्रबंधन का कहना है कि –
“जब हम पुलिस विभाग के बड़े अधिकारियों और एक्साइज विभाग के क्राइम विंग को ‘मैनेज’ कर रहे हैं, तो हमें किसका डर होना चाहिए?”
🚩 गंभीर आरोप और खुलासे
बार में कथित रूप से 40 से 45 लड़कियाँ खुलेआम अश्लील नृत्य करती हैं।
इनमें से कई लड़कियाँ नाबालिग होने की संभावना जताई जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, यहाँ बांग्लादेशी लड़कियाँ भी लाई गई हैं, जिन्हें फर्जी दस्तावेजों पर काम पर रखा गया है।
इन लड़कियों के पास न तो कोई वैध पहचान पत्र, न ही कामगार प्रमाणपत्र है।
बार प्रबंधन पर आरोप है कि वह केवल पैसों के बल पर पूरी व्यवस्था चला रहा है।
🚨 रैकेट संचालन का आरोप
सूत्रों का दावा है कि इन लड़कियों को लाने-लेजाने और सँभालने का काम महेंद्र पांडे और फैजुद्दीन मौलिक उर्फ सोनू नामक व्यक्ति द्वारा किया जाता है।
सोनू पर आरोप है कि वह ही इस बांग्लादेशी लड़कियों के रैकेट का संचालन करता है।
यही सोनू, सूर्या लॉज और आंचल पैलेस में पकड़ी गई बांग्लादेशी लड़कियों की सप्लाई भी इसके द्वारा की गई थी।
बार का संचालन कथित तौर पर 4 लाख रुपये प्रति माह देकर ‘मैनेज’ किया जाता है।
👮 पुलिस कार्रवाई पर सवाल
हाल ही में कई डांस बारों पर तोड़क कार्रवाई की गई है।
सवाल उठ रहा है कि जब सेंट्रल पुलिस स्टेशन अंतर्गत टोपाज डांस बार का प्रबंधन खुद पुलिस और विभागीय अधिकारियों से सांठगांठ का दावा कर रहा है, तो फिर इस पर वास्तविक कार्रवाई क्यों नहीं हो रही?
❓ अब सवाल DCP ज़ोन-4 से
क्या पुलिस विभाग इस पूरे मामले पर गंभीरता से जांच करेगा?
क्या डीसीपी ज़ोन-4 श्री सचिन गोरे इस पूरे रैकेट और कथित पुलिस-प्रबंधन की मिलीभगत पर कड़ा कदम उठाएँगे?
नागरिकों को अब इस बात की प्रतीक्षा है कि क्या प्रशासन वास्तव में इस गंभीर मानव तस्करी और नाबालिग लड़कियों के शोषण के मुद्दे पर सख्त कार्रवाई करेगा?