ArticleAwarenessBreaking NewsCentral police stationCity NewsCMCrimeCrime citycriminal offenceDevendra Fadnavisecologyeknath shindeElectionExtortion And Illegal BusinessfeaturedfraudulentGadgetsguidelines CrimeheadlineHeadline TodayLife StyleLifestylelocalityMaharashtramaharashtra chief ministerMedical activitiesMumbainationalNo justicepolicy & Goverancepoliticalpoliticspollution & environmentprotest for justicepublic awarenessPublic hearingreligionRTI ActivistscamShaurya TimesShiv Sena ShindeShiv Sena UddhavSocialstrike against lawThanetrendingUlhasnagarUlhasnagar Breaking NewsUlhasnagar CrimeUlhasnagar Crime CityUnder DCP Zone-4Viral VideoVitthal wadiVitthalwadivitthalwadi police stationWaldhuni River

एडवोकेट सरिता खानचंदानी आत्महत्या के पीछे मानसिक उत्पीड़न का सनसनीखेज मामला, पांच के खिलाफ FIR दर्ज।

उल्हासनगर  : नीतू विश्वकर्मा

उल्हासनगर शहर के विठ्ठलवाडी पुलिस स्टेशन में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला वकील की आत्महत्या के पीछे मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है। मृतका के पति, पुरुषोत्तम लिलाराम खानचंदानी (60 वर्ष), जो पेशे से वकील हैं, ने पांच लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज कराई है। यह FIR भारतीय न्याय संहिता (BNS), 2023 की धारा 108 और 3(5) के तहत दर्ज की गई है।

घटना का विवरण

पुरुषोत्तम खानचंदानी ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी पत्नी, सरिता पुरुषोत्तम खानचंदानी (51 वर्ष), ने 28 अगस्त 2025 को दोपहर 12:00 बजे उल्हासनगर नंबर 4, पानी के टाकी के पास रोमा अपार्टमेंट की सातवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। इस घटना को शुरू में अकस्मात मृत्यु (UD Case No. 83/2025) के रूप में दर्ज किया गया था, लेकिन जांच के दौरान सामने आए तथ्यों के आधार पर यह मामला अब आत्महत्या के लिए उकसाने का केस बन गया है।

आत्महत्या से पहले की घटनाएं

पुरुषोत्तम ने अपने बयान में बताया कि उनकी पत्नी सरिता, जो उल्हासनगर और मुंबई हाईकोर्ट में वकील थीं और ‘हिराली फाउंडेशन’ नामक एक एनजीओ चलाती थीं, पर्यावरण संरक्षण और ध्वनि प्रदूषण विरोधी कार्यों में सक्रिय थीं। 27 अगस्त 2025 की रात 11:30 बजे सरिता ने पुरुषोत्तम को बताया कि उनकी एक मुवक्किल, जिया गोपलानी, उन्हें बार-बार फोन कर रही थी और किसी समस्या के कारण तुरंत मिलना चाहती थी। इसके बाद सरिता जिया से मिलने उनके घर गईं।28 अगस्त की रात 12:30 बजे सरिता घर लौटीं और बताया कि जिया के घर के बाहर जिया गोपलानी, उल्हास फालके, उनकी पत्नी शिवानी शुक्ला फालके, रोहित और रितिक मौजूद थे। इन लोगों ने सरिता के साथ बिना कारण वाद-विवाद शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने सरिता को शिकायत दर्ज करने की सलाह दी, लेकिन समझौते के बाद कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई।

वायरल वीडियो और मानसिक तनाव

28 अगस्त की सुबह पुरुषोत्तम ने अपने मोबाइल पर देखा कि सरिता और जिया के बीच हुए विवाद का वीडियो विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप्स पर वायरल हो गया था। इस घटना ने सरिता को गहरे मानसिक तनाव में डाल दिया। उसी दिन सुबह 11:00 बजे, सरिता विठ्ठलवाडी पुलिस स्टेशन गईं ताकि यह पता कर सकें कि जिया ने उनके खिलाफ कोई शिकायत दर्ज की है या नहीं। पुलिस स्टेशन में जिया और उल्हास मौजूद थे और सरिता के खिलाफ शिकायत दर्ज कर रहे थे। सरिता ने पुरुषोत्तम को बताया कि वह पुलिस को अपना पक्ष लिखित में देगी।

आत्महत्या और सुसाइड नोट

उसी दिन दोपहर 12:00 बजे, पुरुषोत्तम अपने ऑफिस में थे, तभी उन्हें बाहर से एक जोरदार आवाज सुनाई दी। लोगों ने बताया कि “मैडम गिर गई हैं।” बाहर जाकर देखने पर पता चला कि सरिता ने रोमा अपार्टमेंट की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली। उन्हें तुरंत आशीर्वाद हॉस्पिटल, फिर बालाजी हॉस्पिटल और अंत में मैक्सी लाइफ और एम्स हॉस्पिटल, डोंबिवली ले जाया गया, जहां दोपहर 2:46 बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।30 अगस्त को, पुरुषोत्तम और उनकी बेटी स्पर्श ने ऑफिस के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें सरिता को 28 अगस्त की सुबह 11:25 बजे अपने केबिन में एक नोटपैड पर कुछ लिखते हुए देखा गया। जांच करने पर स्पर्श को सरिता की टेबल पर एक डायरी मिली, जिसमें इंग्लिश में लिखा था:”Jiya Goplani, Ulhas Falke, Dhananjay Bodare, Shivani Shukla, Adv. Raj Chandwani are responsible for my death. I have not done any wrong. I have not taken any money. I have not done injustice to Jiya Goplani. I have not taken a single rupee from any Mandal, any neta. Jiya Goplani & Ulhas Falke are framing me falsely. The above-mentioned have mentally tortured me to reach a level to give my life.”

आरोपियों पर कार्रवाई

सुसाइड नोट के आधार पर, पुरुषोत्तम ने जिया गोपलानी, उल्हास फालके, शिवानी शुक्ला फालके, राज चांदवाणी और धनंजय बोडारे के खिलाफ शिकायत दर्ज की, जिसमें आरोप लगाया गया कि इन लोगों ने सरिता को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर आत्महत्या के लिए उकसाया। पुलिस ने इस मामले में भाऊसाहेब बलसाहेब क्षीरसागर (PSI) को जांच का जिम्मा सौंपा है, और तपास API कुलकर्णी द्वारा किया जा रहा है।

पुलिस की कार्रवाई

FIR के अनुसार, पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जांच शुरू कर दी है। विठ्ठलवाडी पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी, अशोक आनंद कोली (इंस्पेक्टर), ने इस मामले की गहन जांच के आदेश दिए हैं।

सामाजिक और कानूनी प्रभाव

यह मामला न केवल ठाणे में बल्कि पूरे महाराष्ट्र में चर्चा का विषय बन गया है। सोशल मीडिया पर इस घटना से संबंधित कई अफवाहें भी फैल रही हैं, जिसके जवाब में पुरुषोत्तम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर स्थिति स्पष्ट की थी। यह घटना मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक दबाव के मुद्दों को भी उजागर करती है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो सार्वजनिक जीवन में सक्रिय हैं।पुलिस इस मामले में गहन जांच कर रही है, और आने वाले दिनों में इस सनसनीखेज मामले में और भी खुलासे होने की संभावना है।

Shaurya Times

🛡️ Shaurya Time’s – Your Voice, Our Questions! A fearless digital news platform focused on public safety, justice, and accountability. We expose: ✅ Ground realities ✅ RTI & official documents ✅ Civic failures & scams ✅ Crime, corruption & cover-ups Bold journalism. Real issues. No compromise. Because awareness is the first step to change. 📢 Shaurya Time’s – Reporting the truth, without fear!

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

कंटेंट चुराना पाप है। चुराने की बजाय खुद कंटेंट लिखें।
- नीतू विश्वकर्मा

Verified by MonsterInsights