उल्हासनगर में एडवोकेट प्रदीप गोडसे की अगुवाई में तीसरे वर्ष कृत्रिम गणेश विसर्जन तालाब का आयोजन।


उल्हासनगर प्रतिनिधि: नीतू विश्वकर्मा
उल्हासनगर समृद्धि सामाजिक संस्था (पंजीकृत), लालगंज शाखा, उल्हासनगर और उल्हासनगर महानगरपालिका के संयुक्त तत्वावधान में छठे वर्ष में तीसरे साल लगातार गणपति विसर्जन के लिए कृत्रिम तालाब का निर्माण किया गया है। इस पहल का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना और भक्तों को सुविधाजनक विसर्जन का विकल्प प्रदान करना है। एडवोकेट प्रदीप कुसुम कारभारी गोडसे ने इस आयोजन की जानकारी साझा करते हुए सभी भक्तों से अपने प्रिय गणपति बप्पा का विसर्जन इस कृत्रिम तालाब में करने की अपील की है।
कृत्रिम विसर्जन तालाब-2025 की प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं:
मूर्ति आकार: तीन फुट तक की ऊंचाई वाली गणेश मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा।
आरती की सुविधा: भक्तों के लिए आरती हेतु विशेष मंडप की व्यवस्था की गई है।
खुलने की अवधि: यह विसर्जन घाट 1.5 दिनों से लेकर 11 दिनों तक के गणेशोत्सव के लिए उपलब्ध रहेगा।
मूर्ति प्रकार: पर्यावरण अनुकूल मूर्तियों के साथ-साथ पीओपी (प्लास्टर ऑफ पेरिस) से निर्मित मूर्तियों का भी विसर्जन संभव होगा।
जल शुद्धता: तालाब को शुद्ध जल से भरा गया है, जिसका शुद्धिकरण गोमूत्र, गंगाजल और अन्य पवित्र द्रव्यों से किया गया है।
दैनिक जल परिवर्तन: प्रतिदिन खराब पानी को बदलकर स्वच्छ जल डालने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
एडवोकेट प्रदीप गोडसे ने कहा, “हमारा उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ भक्तों को एक सुरक्षित और सुविधाजनक विसर्जन स्थल प्रदान करना है। हम सभी से अनुरोध करते हैं कि अपने लाडले गणपति बप्पा का विसर्जन इस कृत्रिम तालाब में करें।”
स्थल: लालचक्की चौक, स्टेशन रोड, उल्हासनगर-4
संपर्क: एडवोकेट प्रदीप गोडसे – 9665444445
समृद्धि सामाजिक संस्था और उल्हासनगर महानगरपालिका की इस पहल से शहर में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ने की उम्मीद है। भक्तों से अपील है कि वे इस पर्यावरण-अनुकूल पहल का हिस्सा बनें।