उल्हासनगर की खस्ताहाल सड़कों पर मौत का खेल! मनसे का प्रशासन के खिलाफ उग्र धरना आंदोलन


उल्हासनगर प्रतिनिधि : नीतू विश्वकर्मा
उल्हासनगर शहर की सड़कों की बदहाल स्थिति ने आम नागरिकों का जीना मुश्किल कर दिया है। जगह-जगह गड्ढों से भरे रास्तों ने मानो पूरे शहर को हादसों के लिए खुला छोड़ दिया है। इस गंभीर परिस्थिति के लिए नागरिकों ने उल्हासनगर महानगरपालिका प्रशासन की घोर निष्क्रियता को जिम्मेदार ठहराया है।
इसी मुद्दे को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने प्रशासन के खिलाफ उग्र एकदिवसीय धरना आंदोलन की घोषणा की है। यह आंदोलन 11 सितंबर 2025 को सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक डी-मार्ट से खेमानी रोड तक आयोजित किया जाएगा।
आंदोलन का नेतृत्व श्री कैलाश घीरपडे (विभाग अध्यक्ष, मनसे) और श्री मैतुद्धिन शेख (महानगर संघटक, मनसे) करेंगे। उनका कहना है कि,
“उल्हासनगर की सड़कों की दुर्दशा नागरिकों की जिंदगी से खिलवाड़ है। प्रशासन की लापरवाही अब और बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जब तक ठोस कार्रवाई नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा।”
शहरवासियों का आरोप है कि उल्हासनगर महानगरपालिका क्षेत्र की लगभग सभी मुख्य सड़कें पूरी तरह से उखड़ चुकी हैं। प्रतिदिन हजारों नागरिक जानलेवा परिस्थितियों से गुजर रहे हैं। इसके बावजूद प्रशासन की निष्क्रियता ने लोगों में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है।



