अखिल भारतीय जीवा सेना उल्हासनगर की ओर से शिवरत्न जिवा महाले जी का 390वां जन्मोत्सव समारोह बड़े उत्साह के साथ संपन्न

उल्हासनगर प्रतिनिधि : नीतू विश्वकर्मा
हिंदवी स्वराज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज के अत्यंत विश्वासपात्र अंगरक्षक और पराक्रमी योद्धा शिवरत्न जिवा महाले जी का 390वां जन्मोत्सव समारोह अखिल भारतीय जीवा सेना, उल्हासनगर तालुका की ओर से अत्यंत उत्साह और भव्यता के साथ मनाया गया।
जिवा महाले जी वही पराक्रमी योद्धा हैं जिन्होंने प्रतापगढ़ किले पर अफजलखान के साथ हुई ऐतिहासिक भिड़ंत के दौरान अतुलनीय शौर्य का परिचय देते हुए छत्रपति शिवाजी महाराज के प्राणों की रक्षा की थी। इसी घटना के कारण इतिहास में उनका नाम “होता जिवा, म्हणून वाचला शिवा” (अर्थात “जिवा था, इसलिए शिवा बचे”) इस अमर गौरव वाक्य के साथ दर्ज हुआ।
इस विशेष अवसर पर उल्हासनगर कैंप नंबर 4, मराठा सेक्शन-32 स्थित जिजामाता उद्यान में, जहाँ पूरे महाराष्ट्र का पहला भित्ति-शिल्प स्मारक स्थापित है, वहां मौजूद जिजाऊ माता और बाल शिवाजी महाराज के स्मारक पर पुष्पहार अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।
इस समारोह में उपस्थित लोगों ने शिवरत्न जिवा महाले जी के अद्वितीय शौर्य, निष्ठा और छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रति उनके समर्पण को नमन किया।
इस अवसर पर शिवरत्न जिवा महाले जन्मोत्सव समिति के अध्यक्ष मंगेश सायखेडे, क्रांतिकारी हुतात्मा वीर भाई कोतवाल स्मारक समिति के अध्यक्ष मनोज कोरडे, तथा अंकुश श्रीखंडे, संतोष खंडागळे, सचिन पवार, सतीश महाले, संदीप रावताळे सहित अनेक मान्यवर उपस्थित रहे।
संपूर्ण कार्यक्रम में देशभक्ति, स्वाभिमान और शिवराज्य गौरव की भावना प्रमुख रही।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि आज के युवा वर्ग को जिवा महाले जैसे वीरों के त्याग, निष्ठा और शौर्य से प्रेरणा लेकर राष्ट्र और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
— शौर्य टाइम्स डिजिटल मीडिया
(उल्हासनगर से विशेष रिपोर्ट)






