उल्हासनगर शहर के बुकी और फंटर की अजीबो- गरीब कहानी।
उल्हासनगर : नीतू विश्वकर्मा
उल्हासनगर के फंटर ने एक बुकी को केस पेमेंट देकर आय डी लिया। फंटर ने एक ही दिन मे आय डी मे फंडिंग किया और तक़रीबन तीन लाख रूपये जीत गया और शराब के नशे मे धुत होकर देर रात फंटर ने बुकी को फोन किया और कहा की मेरी डीपी यानी डिपॉजिट का पैसा और जीता हुआ पैसा टोटल १२ लाख रूपये अभी के अभी पे करो,तो बुकी ने कहा जो भी हिसाब -किताब है मॉर्निंग मे करते है,बावजूद फंटर पैसो के लिए जिद किया तो बुकी भी हट करके बैठ गया की जो भी हिसाब है सुबह करेंगे।
सुबह ट्वेंटी ट्वेंटी वर्ल्ड कप की दूसरी मैच थी और फंटर नशे मे धुत था और नशे की हालत मे वो आय डी मे पूरा पैसा हार गया तो फंटर का नशा ही उतर गया और वो सुबह सुबह पुलिस स्टेशन पहुंच गया और सारा वाक्या एक पुलिस अधिकारी को बताया।तोड़ पानी की फिराक मे पुलिस बुकी को घर से ले गयी और घंटो चले जद्दो जहद के बाद बुकी और फंटर के बीच कुछ लोगो ने मध्यस्ता करवाकर मामले को रफा दफा किया। बरहाल बुकी कौन है और फंटर कौन है और कौन से पुलिस अधिकारी ने मध्यस्ता के बाद कितना पैसा खाया इसकी भी सम्पूर्ण जानकारी से जल्द ही सभी को अवगत करवाएंगे।