उल्हासनगर वर्धपन दिन के दिवसपर समाजसेवक ने किया आत्महत्या का प्रयास।

उल्हासनगर : नीतू विश्वकर्मा
आज उल्हासनगर का पवित्र ७५ वर्धापन दिवस है।और शहर के तमाम नेताओ ने तत्कालीन गर्वरनर आदरणीय राम गोपाल आचार्या द्वारा विराट अम्बे क्लब मे १९४९ के दिन उद्घाटित शिलांन्यास के पास जाकर बड़े बड़े डींगे हाके और आगामी विधानसभा चुनाव को देखते फेकम फाक भी किया होगा,लेकिन ७५ वर्षो मे समस्याए कम तो नही हुई बल्कि जैसे जैसे समय बदलता गया वैसे वैसे समस्याए भी बेकाबू होकर जटिल होती गयी.आमदार बदले,नगरसेवक बदले नपा से मनपा मे तब्दील हुआ लेकिन हालात और भी बद से बदतर होते चले गये।आलम यह है की शहर के रहिवाशी इलाको के सम्भ्रांत परिवार अपने बाल बच्चो के साथ नजदीक के सिटी कल्याण और अंबरनाथ तथा ठाने जैसे शहरों मे सिफ्ट हो गये।
बड़े गर्व की बात है की आज उल्हासनगर के लिए पवित्र दिन लेकिन दुःखद बात यह है की समस्याओ का समधान नही मिल पाने की वजह से समाजसेवी मानकर नामक व्यक्ति ने महापालिका के अतरिक्त आयुक्त के केबिन के बाहर फिनायल पीकर आत्महत्या का प्रयास किया।ये अत्यंत दुःखद और प्रशासनिक अधिकारियों को शर्मशार करने वाली बात है.यदि पालिका प्रशासन के अधिकारियों मे थोड़ी भी इंसानियत या मानवता होगी तो मानकर को न्याय जरूर मिलेगा।