उल्हासनगर में संविधान सम्मान रैली का आयोजन।


उल्हासनगर: नीतू विश्वकर्मा
केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह द्वारा डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर पर दिए गए आपत्तिजनक वक्तव्य और परभणी में एडवोकेट सोमनाथ सूर्यवंशी की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के विरोध में उल्हासनगर में संविधान सम्मान रैली का आयोजन किया गया।
लोकसभा सत्र के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के संदर्भ में बयान दिया कि, “आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर बोलना एक फैशन हो गया है, और यह बोलने से अच्छा होता कि ईश्वर का नाम लेते, तो सात जन्मों का पुण्य मिलता।” यह बयान न केवल डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का, बल्कि भारतीय संविधान और आंबेडकरवादी जनता का अपमान माना जा रहा है।
इसके साथ ही, परभणी में बाबासाहेब के पुतले की विडंबना और पुलिस कार्रवाई के दौरान एडवोकेट सोमनाथ सूर्यवंशी की मौत के लिए दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई। रैली में सभी राजनीतिक दलों और संगठनों ने सहभागिता की, जिसमें उल्हासनगर कांग्रेस ने भी अपना समर्थन व्यक्त किया।
रैली का आयोजन और ज्ञापन सौंपा गया
रैली का शुभारंभ डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा, चोपड़ा कोर्ट से हुआ और यह प्रांत कार्यालय, पवई में संपन्न हुई। इसमें हजारों की संख्या में संविधान प्रेमी नागरिक और उल्हासनगर कांग्रेस के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
रैली के समापन पर उल्हासनगर कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने प्रांत अधिकारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इसमें मांग की गई कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अपने आपत्तिजनक बयान के लिए सार्वजनिक रूप से देश की जनता से माफी मांगें और उन्हें गृहमंत्री पद से तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।
प्रमुख नेता और कार्यकर्ता रहे मौजूद
इस रैली में पूर्व नगरसेविका अंजली सालवे, ब्लॉक अध्यक्ष किशोर धड़के, महिला अध्यक्ष मनीषा महाकाले, अशेराम टाक, प्रो. गेमनानी, प्रो. सिंधुताई रामटेके, विशाल सोनवणे, मालती गवई, विजय मोरे, अमोल राऊत सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित थे।