हैदराबाद का प्रसिद्ध मछली प्रसादम अब ८ जुन को अम्बरनाथ में।
अंबरनाथ: नीतू विश्वकर्मा
हैदराबाद में जिंदा मछली को निगलने से अस्थमा की बीमारी हमेशा के लिए खत्म हो जाती है। इसे मछली प्रसादम कहा जाता है। सुनकर शायद आपको यकीन नहीं हो, लेकिन लाखों की संख्या में देश-दुनिया से लोग यहां इस बीमारी के इलाज के लिए पहुंचते हैं। शाकाहारी लोगों के लिए अलग से केले द्वारा दवा तैयार की जाती है। यहां बाधिनी गौड़ परिवार साल १८४५ यानी पिछले १७० वर्ष से अस्थमा की दवाई पीड़ितों को बांट रहा है। इसे मछली प्रसादम कहा जाता है। बाथिनी परिवार मछली के मुंह में हर्बल दवाएं भर देता है। इसके बाद छोटी मछलियों को मरीज के मुंह में डाल दिया जाता है।
मछली मरीज के पेट में चली जाती है और कहा जाता है कि इससे अस्थमा ठीक हो जाता है।
हजारों की तादात में लोग इस मछली प्रसाद को लेने के लिए देश-विदेश से हैदराबाद जाते है। खास बात यह है कि मछली के मुंह में भरी जाने वाली दवा के बारे में सिर्फ यही परिवार जानता है और इस दवा के रहस्य को पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ा दिया जाता है। ‘बाथिनी मृगसिरा ट्रस्ट’ की ओर से यह दवा मुफ्त में बांटी जाती है और लोगों का मानना है कि इससे दमा के मरीजों को बहुत राहत मिलती है। जो लोग शाकाहारी है उनको केले द्वारा यह दवाई दी जाती है, इस चमत्कारी दवाई का सेवन करने अस्थमा के मरीजों को हैदराबाद जाना पड़ता था,
परंतु अब अम्बरनाथ बदलापुर उल्हासनगर कल्याण ठाणे जिला मुम्बई रायगढ़ जिला वालों के लिए यह दवाई अम्बरनाथ में उपलब्ध होगी, हैदराबाद जाने की आवश्यकता नही, मुफ़्त अस्थमा ( दमा ) ट्रीटमेंट कॅम्प का आयोजन गुलाबराव करंजुले पाटील प्रतिष्ठान की तरफ से ८ जुन २०२३ को किया जा रहा है,नागरिकों को आवाहन किया जाता है कि अधिक से अधिक संख्या में आकर लाभ लें।
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नि:शुल्क अस्थमा उपचार शिविर।
हैदराबाद का विश्व प्रसिद्ध अस्थमा उपचार,
8 जून 2023 को सुबह 9:00 बजे से शाम 07:00 बजे तक।
पंजीकरण के लिए संपर्क करें: 7026044459 10:00 से 07:00 बजे तक।
व्हाट्सएप के लिए संपर्क करें: -8237445674 / 8793045674
पता: -जीबीके ग्रुप, शिवाजी चौक के पास, अंबरनाथ (पूर्व)