उल्हासनगर में खतरनाक गड्ढों के खिलाफ मनसे का रस्ता रोको आंदोलन – नगरपालिके को दिया अंतिम चेतावनी

उल्हासनगर प्रतिनिधि : नीतू विश्वकर्मा
उल्हासनगर: शहर की दुर्दशा और खतरनाक गड्ढों से त्रस्त नागरिकों एवं वाहन चालकों की समस्याओं को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने नगरपालिके के निष्क्रिय और भ्रष्ट कारभार के खिलाफ तीव्र आंदोलन की घोषणा की है।
मनसे ने साफ चेतावनी दी है कि 27 सितंबर 2025 को सेंचुरी नाका से खेमानी मार्ग पर ‘रस्ता रोको आंदोलन’ किया जाएगा। इस आंदोलन में रिक्षा चालक, वाहन चालक और सामान्य नागरिक बड़ी संख्या में सहभागी होंगे।
शहरवासियों का कहना है कि उल्हासनगर के प्रमुख मार्गों पर गड्ढों की समस्या विकराल रूप ले चुकी है। इन गड्ढों के कारण अब तक कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। हर वर्ष करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद भी गड्ढों की समस्या जस की तस बनी हुई है। 2025 में भी नगरपालिके ने करोड़ों रुपये खर्च किए जाने का दावा किया, मगर हालात बिल्कुल नहीं बदले।
इसके अलावा, मुख्य मार्गों पर बार-बार जलवाहिनियों के फूटने से नए गड्ढे बनते जा रहे हैं, जिसके लिए पाणीपुरवठा विभाग भी बराबर जिम्मेदार माना जा रहा है। नागरिकों ने आरोप लगाया कि यह सब उल्हासनगर महानगर पालिके के निष्क्रिय और भ्रष्ट कार्यप्रणाली का परिणाम है।
आंदोलन की घोषणा करते हुए मनसे के रस्ते-आस्थापना विभाग के महानगर संघटक मैनुद्दीन भाई शेख, वाहतूक सेना के शहर संघटक काळू थोरात, बादशहा शेख, विभाग अध्यक्ष कैलास घोरपडे सहित बड़ी संख्या में रिक्षा चालक और नागरिक मौजूद रहे।
मनसे ने नगरपालिके और पुलिस प्रशासन को लिखित निवेदन देकर साफ किया है कि आंदोलन के परिणामों की पूरी जिम्मेदारी निद्रिस्त उल्हासनगर महानगर पालिका प्रशासन की होगी।



