औरंगाबाद हायकर्स ग्रुप के सदस्यांनो ने महाराष्ट्र के एवरेस्ट कळसुबाई शिखर पर लहराया तिरंगा
मुंबई- नीतू विश्वकर्मा
महाराष्ट्र के नासिक जिले के इगतपुरी तालुका स्थित माउंट कळसुबाई महाराष्ट्र के शिखर शृंखलामे सबसे ऊची चोटी है |इसे महाराष्ट्र का एवरेस्ट भी कहा जाता है|
इस शिखर की उचाई समुद्र तल (1664 मीटर) याने 5400 फिट है|
जिसके आचल मे बसे खूबसूरत निसर्गरम्य बारी गाव से इस ट्रेक अभियान की सुरुवात होती है, प्राकृतिक वातावरण जैसे झरने, जंगल, घास के मैदान और ऐतिहासिक किलो का एक लुभावणी संयोजन प्रदान करता हे| शिखर की छोटी पर कळसुबाई का सुंदर मंदिर है|
यह ट्रेक बहुत ही चुनौती पूर्व है, स्पष्ट दिन पर यह शिखर से आपको आसपास के अन्य किले जैसे हरिश्चंद्रगड ,हरिहर गड, रतनगड, सांदण व्हॅली, साम्राद गाव इन लुभावणे , निसर्गरम्य आकर्षण दृश्य भी देखने मिळते है|
कही अनुभवी ट्रेकर्स इन ट्रेक को अतिरिक्त रोमान्स के लिये जोडते है, सूर्योदय के शानदार दृश्य के लिए यहा ट्रेकर्स काफी मात्रा मे आते है|
औरंगाबाद हायकर्स ग्रुप के सदस्योनो सुबह के घने अंधेरे मे बॅटरी के उजाले मे सुबह 4 बजे शिखर के बेस्ट कॅम्प बारी गाव से इस चढाई अभियान को प्रारंभ किया, और घने अंधेरी रात मे साथ घने जंगल से जैसे कही सुनसान रास्ता पार करते हुए सुबह 8:15 मिनिटं पर इस कळसुबाई शिखर पर तिरंगा लहराया।
इस कळसुबाई शिखर अभियान औरंगाबाद हायकर्स समूह के प्रमुख रतन राऊत के प्रमुख मार्गदर्शन मे साहिल सिंग राजपूत ने इस अभियान का नेतृत्व किया|
इस अभियान मे रतन राऊत के साथ साहिल सिंग राजपूत, ज्योती सिंग राजपूत डॉ. बेबी सिंग ,मंगल राऊत, दादासाहेब पानमंद, दिलीप भंगाळे, जयश्री भंगाळे, संजना भंगाळे ,प्रमोद शेळके, राजेंद्र नारळे, प्रतिभा नारळे, अनुष्का नारळे, अनिकेत नारळे, विजय आवटी, अविनाश आडसकर, प्रवीण बोडखे, साधना बोडखे, सोहम बोडखे, सई बोडखे, किरण वनगुजर, सुवर्णा वनगुजर, जयश्री कोळपकर, तनिष्क कोळकर, आदी गिर्यारोहक शामिल हुए थे|