उल्हासनगर में निवेश घोटाले का नया खुलासा – श्याम सुंदर मिठाई सीरु चौक के बेटे देव प्रकाश पंजवानी पर लाखों की ठगी का आरोप, महिला ने की आत्महत्या का प्रयास!

रिपोर्ट: शौर्य टाइम्स डिजिटल इन्वेस्टिगेशन डेस्क(संवाददाता – नीतू विश्वकर्मा, उल्हासनगर)
उल्हासनगर शहर में निवेश के नाम पर चल रहे ठगी रैकेट का एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बड़े मुनाफे का लालच देकर देव प्रकाश पंजवानी, जो स्थानीय व्यापारी श्याम सुंदर मिठाई (सीरू चौक, उल्हासनगर) के बेटे बताए जा रहे हैं, पर कई लोगों के लाखों रुपये हड़पने का गंभीर आरोप लगा है।
इस ठगी का शिकार हुई लेडी राखी नंदलाल कासाश्वानी नामक महिला ने मानसिक और आर्थिक तनाव के चलते आत्महत्या का प्रयास किया, जिससे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।
इस आर्थिक धोखाधड़ी के चलते अब स्थानीय नागरिकों में भारी आक्रोश फैल गया है। पीड़ितों ने बताया कि देव प्रकाश पंजवानी ने “जल्द और ऊँचा रिटर्न” देने का दावा करते हुए अनेक लोगों से बड़ी रकम ली, परंतु न तो मुनाफा दिया और न ही मूल राशि लौटाई।
⚠️ महिला ने की आत्महत्या का प्रयास ⚖️ आरोप: लालच देकर लाखों रुपये की ठगी
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरोपी देव प्रकाश पंजवानी ने शहर के कई लोगों को निवेश पर ऊँचे मुनाफे (high returns) का झांसा देकर रकम जमा कराई। पीड़ितों का कहना है कि उन्होंने उस पर विश्वास कर अपने मेहनत से कमाए लाखों रुपये निवेश के रूप में दिए, परंतु निर्धारित अवधि के बाद न तो उन्हें परतावा मिला और न ही मूल रकम वापस की गई।
इस पूरे प्रकरण में पूजा विनोद पंजवानी का नाम भी आरोपों में सामने आया है, जिन पर निवेश राशि को छिपाने और लेनदेन में सहयोग का संदेह जताया जा रहा है।
😢 पीड़ित महिला की हालत नाज़ुक, परिवार सदमे में
पीड़िता राखी नंदलाल कासाश्वानी ने आर्थिक और सामाजिक दबाव के चलते आत्महत्या का प्रयास किया। स्थानीय नागरिकों ने समय रहते उन्हें अस्पताल पहुँचाया, जहाँ उनका इलाज जारी है।
परिवार का आरोप है कि —
> “देव प्रकाश पंजवानी ने बड़े मुनाफे का लालच देकर हमारी जिंदगी बर्बाद कर दी। अब न पैसे लौट रहे हैं, न न्याय मिल रहा है।”
🚨 पुलिस पर कार्रवाई का दबाव
पीड़ितों ने कहा कि इस प्रकार की घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं और यदि समय रहते कठोर कदम नहीं उठाए गए तो आरोपी और हिम्मत पकड़ लेंगे। नागरिकों का कहना है कि पुलिस को तत्काल देव प्रकाश पंजवानी के खिलाफ धोखाधड़ी (फसवणूक) और आर्थिक अपराध के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तारी करनी चाहिए।
🗣️ स्थानीय निवासियों की मांग
“इस तरह के लोगों ने उल्हासनगर की साख खराब कर दी है। प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए ताकि निर्दोष निवेशक ठगे न जाएँ,” ऐसा कहना है स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं का।
स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में तत्काल एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए। लोगों का कहना है कि यदि ऐसे निवेश ठगों पर कठोर कार्रवाई नहीं हुई, तो उल्हासनगर में आर्थिक अपराधों की घटनाएँ और बढ़ सकती हैं।
🗣️ संपादकीय टिप्पणी
यह मामला सिर्फ आर्थिक फसवणूक का नहीं, बल्कि प्रशासनिक सुस्ती और सामाजिक गैर-जिम्मेदारी का भी प्रतीक है। जब निवेश के नाम पर लोगों की ज़िंदगी बर्बाद हो रही है, तब पुलिस को तुरंत कार्रवाई करते हुए ऐसे लोगों को उदाहरण बनाना चाहिए।
उल्हासनगर शहर में निवेश के नाम पर चल रहे कथित ठगी रैकेट के मामले में आरोपी देव प्रकाश पंजवानी ने पत्रकार परिषद में अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ लगाए जा रहे सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं। देव प्रकाश पंजवानी के अनुसार, पीड़िता राखी नंदलाल कासाश्वानी ने अपनी मर्जी से उन्हें स्टॉक मार्केट में निवेश के लिए 3 लाख रुपये दिए थे। इसके बदले में उन्होंने पीड़िता को 3.5 लाख रुपये लौटाए थे।
उन्होंने यह भी बताया कि पीड़िता का बेटा विवेक उनके साथ थाईलैंड गया था, जिसका 1 लाख रुपये का खर्चा उन्होंने वहन किया था। देव प्रकाश ने दावा किया कि उनके पास पैसे लौटाने के सभी सबूत मौजूद हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि उनके पिता श्याम सुंदर मिठाई एक पुराने और सम्मानित व्यापारी हैं, और उनके खिलाफ लगाए गए आरोप उनकी प्रतिष्ठा को खराब करने की साजिश हैं।
देव प्रकाश ने स्पष्ट किया कि वे सभी आरोपों का खंडन करते हैं और उनके पास सभी लेनदेन के प्रमाण मौजूद हैं।



