उल्हासनगर में बिना नंबर प्लेट वाहनों का आतंक – मोबाइल चोरी व छिनैती की वारदातों में हो रहा धड़ल्ले से इस्तेमाल, पुलिस प्रशासन पर उठे गंभीर सवाल


✍️ उल्हासनगर प्रतिनिधि : नीतू विश्वकर्मा
उल्हासनगर शहर में लगातार बढ़ रही अपराध घटनाओं ने कानून-व्यवस्था पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। हाल के दिनों में मोबाइल चोरी, छिनैती और पॉकेटमारी जैसी वारदातों में तेजी से इजाफा हुआ है, और इन घटनाओं में सबसे खतरनाक पहलू यह सामने आया है कि अपराधी बिना नंबर प्लेट वाली गाड़ियों का बेखौफ इस्तेमाल कर रहे हैं।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, अक्सर देखा गया है कि बिना नंबर प्लेट की गाड़ियों पर सवार युवक अचानक राहगीरों से मोबाइल, पर्स या नकदी छीनकर फरार हो जाते हैं। नंबर प्लेट न होने की वजह से पुलिस के लिए इनकी पहचान और ट्रैक करना बेहद कठिन हो जाता है।
नागरिकों का कहना है कि शहर की सड़कों पर बड़ी संख्या में ऐसी गाड़ियां खुलेआम दौड़ रही हैं, जो अपराधियों के लिए ढाल बन चुकी हैं। इस वजह से आम लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, क्योंकि कभी भी उनके साथ सड़क पर छीना-झपटी की वारदात हो सकती है।
कानून-व्यवस्था पर गंभीर असर
बढ़ते अपराधों के चलते नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने पुलिस प्रशासन से तत्काल विशेष अभियान चलाने की मांग की है। शहरवासियों का कहना है कि बिना नंबर प्लेट वाले वाहनों को तुरंत जब्त कर उनके मालिकों व इस्तेमाल करने वालों पर कड़ी कार्यवाही की जाए।
अगर समय रहते ऐसी गाड़ियों के खिलाफ कड़ा अभियान नहीं चलाया गया तो अपराधियों के हौसले और बुलंद होंगे तथा शहर में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा सकती है।
🔴 शहर की मांग – “नो नंबर प्लेट” वाहनों के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी
अब नागरिक सीधे सवाल कर रहे हैं कि जब कानून स्पष्ट रूप से मोटर व्हीकल एक्ट के तहत बिना पंजीकरण और नंबर प्लेट वाले वाहन चलाना अपराध है, तो फिर इन गाड़ियों पर नकेल कसने में देरी क्यों हो रही है?