टीडीआर घोटाले पर उल्हासनगर महापालिका की निष्क्रियता के विरोध में “जबाब दो आंदोलन” — २२ अप्रैल को आयुक्त कार्यालय के बाहर होगा जोरदार प्रदर्शन।

उल्हासनगर प्रतिनिधि : नीतू विश्वकर्मा
उल्हासनगर महानगरपालिका क्षेत्र में हुए ट्रांसफरेबल डेव्हलपमेंट राईट्स (TDR) घोटाले पर शासन स्तर से स्पष्ट निर्देश जारी किए जाने के बावजूद, स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई न होने के कारण जनआक्रोश अब सड़कों पर उतरने को तैयार है।
प्रहार जनशक्ती पक्ष और राष्ट्र कल्याण पार्टी के संयुक्त नेतृत्व में, यह निर्णय लिया गया है कि २२ अप्रैल २०२५ को प्रातः ११ बजे, उल्हासनगर महानगरपालिका आयुक्त मा. मनीषा आव्हाळे के कार्यालय के बाहर “जबाब दो आंदोलन” आयोजित किया जाएगा। इस आंदोलन का नेतृत्व अॅड. स्वप्निल दिलीप पाटील करेंगे, जो प्रहार जनशक्ती पक्ष के ठाणे जिल्हा अध्यक्ष हैं।
आंदोलन का कारण:
1. TDR घोटाले की जाँच रिपोर्ट: संचालक नगररचना, महाराष्ट्र राज्य द्वारा दिनांक २३/०१/२०२५ को प्रस्तुत विस्तृत जाँच अहवाल में गंभीर अनियमितताओं की पुष्टि की गई थी।
2. शासन आदेश की अवहेलना: दिनांक ०४/०३/२०२५ को महाराष्ट्र शासन द्वारा इस संदर्भ में स्पष्ट आदेश जारी किए गए थे, परंतु उल्हासनगर मनपा प्रशासन द्वारा अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई।
3. आयुक्त का आश्वासन – मात्र औपचारिकता?: १४ अप्रैल को मनपा प्रांगण में हुए “आत्मचिंतन आंदोलन” के दौरान आयुक्त द्वारा कार्रवाई और विशेष बैठक का आश्वासन दिया गया था, जो आज तक सिर्फ आश्वासन ही रहा।
आगे की रणनीति:
अगर २२ अप्रैल को होनेवाले आंदोलन के पश्चात भी ठोस कार्यवाही नहीं की जाती, तो आंदोलन को और अधिक तीव्र रूप दिया जाएगा:
२४ अप्रैल २०२५: ठाणे जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष ठिय्या आंदोलन
२८ अप्रैल २०२५: विभागीय आयुक्त कार्यालय, नवी मुंबई — अर्धनग्न आंदोलन
२९ अप्रैल २०२५: मंत्रालय, मुंबई — “जोडे मारो आंदोलन” प्रधान सचिव के आदेशों की अवहेलना के विरोध में
प्रहार जनशक्ती पक्ष की मांग:
शासन आदेशों की त्वरित अंमलबजावणी की जाए, दोषी अधिकारियों के विरुद्ध तत्काल अनुशासनात्मक कार्यवाही हो, और नागरिकों के हितों की रक्षा की जाए।