प्रभाग 14 को “शून्य कचरा प्रभाग” बनाने के लिए कार्यशाला आयोजित।

उल्हासनगर : नीतू विश्वकर्मा
स्वच्छ भारत अभियान (नागरिक) के अंतर्गत उल्हासनगर महानगरपालिका द्वारा आयुक्त तथा प्रशासक विकास ढाकणे की संकल्पना पर आधारित और अतिरिक्त आयुक्त जमीर लेंगरेकर, डॉ. किशोर गवस, सहायक आयुक्त श्रीमती मयुरी कदम, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी मनिष हिवरे, मुख्य बाजार निरीक्षक विनोद केने, मुख्य स्वच्छता निरीक्षक एकनाथ पवार, सहायक आयुक्त (प्रभाग समिति क्र. 03) श्रीमती सलोनी निवकर, और अखिल भारतीय स्थानीय स्वराज्य संस्थान के प्रतिनिधि श्रीमती पूर्वजा पगारे व शाहरुख शेख के मार्गदर्शन में प्रभाग क्रमांक 14 को “शून्य कचरा प्रभाग” बनाने के उद्देश्य से विशेष कार्यशाला आयोजित की गई।
यह कार्यशाला उमपा स्कूल क्र. 14, उल्हासनगर 4 में आयोजित हुई, जिसमें आसरा फाउंडेशन की अध्यक्षा श्रीमती अर्चना मोरे ने कचरे के वर्गीकरण और “शून्य कचरा अभियान” पर मार्गदर्शन दिया।
इस कार्यक्रम में नगरसेवक श्री शेखर यादव, समाजसेवी सचिन कदम, सत्यवान जगताप (NGO), सखी फाउंडेशन की सिमरन लाजवाणी, भाजपा के निलेश बोबाडेव्यापारी संघ के अध्यक्ष जगदीश तेजवानी और महेश पुरस्वानी, पत्रकार, समाजसेवी, स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी, और प्रभाग क्रमांक 14 के नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
कार्यशाला में दी गई जानकारी:
गीला कचरा: इसमें फल-सब्जियों के छिलके, खराब खाद्य सामग्री, अंडे के छिलके, नारियल, हड्डियां आदि विघटनशील वस्तुएं शामिल हैं।
सूखा कचरा: पुनर्चक्रण योग्य कचरे में प्लास्टिक, धातु, कांच, कागज और पुठ्ठे की वस्तुएं शामिल हैं। (तेल लगे कागज इसमें नहीं आते)।
नागरिकों को कचरे के सही वर्गीकरण और घर में ही कचरे के प्रबंधन के महत्व के बारे में जागरूक किया गया। कार्यशाला ने नागरिकों को स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
नागरिकों की भागीदारी:
इस कार्यशाला में प्रभाग के नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और “शून्य कचरा प्रभाग” बनाने के इस अभियान को सफल बनाने का संकल्प लिया।