उल्हासनगर मनपा में प्रशासनिक अनियमितता उजागर: आयुक्त की अनुपस्थिति में जारी की गई मैन्युअल निविदाएं।

उल्हासनगर : नीतू विश्वकर्मा
उल्हासनगर महानगरपालिका में एक गंभीर प्रशासनिक अनियमितता सामने आई है, जहां माननीय आयुक्त के स्पष्ट आदेशों के बावजूद ई-निविदा प्रक्रिया का उल्लंघन किया गया। आयुक्त की दो दिवसीय अनुपस्थिति के दौरान नगर अभियंता द्वारा मैन्युअल निविदाएं जारी की गईं, जो अब तक आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित नहीं की गई हैं। इस मामले ने मनपा की पारदर्शिता और कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आयुक्त के आदेश की अवहेलना
शासन के निर्देशों के अनुसार, नगर निगम में निविदा प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाए रखने के लिए ई-निविदा प्रणाली को अनिवार्य किया गया है। आयुक्त ने इस नियम को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए थे ताकि सभी ठेकेदारों को समान अवसर प्राप्त हो और किसी भी प्रकार की अनियमितता से बचा जा सके। हालांकि, उनकी अनुपस्थिति का लाभ उठाते हुए संबंधित अभियंता ने मैन्युअल निविदाएं जारी कर दीं, जो स्पष्ट रूप से प्रशासनिक नियमों का उल्लंघन है।
प्रहार जनशक्ति पार्टी ने दर्ज कराई शिकायत
इस मामले को लेकर प्रहार जनशक्ति पार्टी के ठाणे जिला अध्यक्ष एडवोकेट स्वप्निल पाटील ने कड़ा रुख अपनाते हुए उल्हासनगर महानगरपालिका आयुक्त और जिला भ्रष्टाचार निवारण विभाग को ई-मेल के माध्यम से शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने मांग की है कि इस अनियमितता की तत्काल जांच की जाए और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
प्रशासन की निष्पक्षता पर सवाल
इस घटनाक्रम ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए ई-निविदा प्रक्रिया को लागू किया गया था, लेकिन इस उल्लंघन ने प्रशासनिक कार्यशैली पर संदेह उत्पन्न कर दिया है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि आयुक्त इस मामले में क्या कदम उठाते हैं और क्या दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाती है या नहीं।