पीडब्ल्यूडी विभाग में आदेशों की अवहेलना: मैन्युअल टेंडर जारी, ऑनलाइन प्रक्रिया के निर्देशों की अनदेखी।







उल्हासनगर: नीतू विश्वकर्मा
पीडब्ल्यूडी विभाग में, माननीय आयुक्त द्वारा सख्त आदेशों के बावजूद, 1 अक्टूबर 2024 से 8 अक्टूबर 2024 के बीच बड़े पैमाने पर मैन्युअल टेंडर जारी किए गए। प्रहार जनशक्ति पार्टी के अधिवक्ता स्वप्निल पाटिल ने इस गंभीर अनियमितता पर ध्यान आकर्षित किया, जिसके बाद 9 अक्टूबर 2024 को संबंधित विभागीय कर्मचारियों को टेलीफोनिक सूचना दी गई। अधिकारियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने टेंडर प्रक्रियाओं में अनियमितताएं की थीं, बावजूद इसके आयुक्त के आदेशों का पालन नहीं किया गया।
पीडब्ल्यूडी विभाग के नोटिस क्रमांक 15, 16, 13, 17, 18, 19 और 21 के तहत टेंडर ऑनलाइन प्रकाशित नहीं किए गए, जो ऑनलाइन प्रक्रिया के उल्लंघन की पुष्टि करते हैं। इसके अतिरिक्त, नोटिस क्रमांक 14 में तीन कार्यों को दर्शाया गया, जिसे बाद में संशोधित कर केवल दो कार्य दिखाए गए। इसमें से एक काम नोटिस क्रमांक 16 के अनुक्रमांक 7 में गलत तरीके से दर्शाया गया। इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि ठेकेदारों को अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए आर्थिक गड़बड़ियां की जा रही हैं, जिससे जनता के पैसों का अपव्यय हो रहा है।
प्रहार जनशक्ति पार्टी ने मांग की है कि पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों पर त्वरित कार्रवाई की जाए और आयुक्त के आदेशों के तहत सभी टेंडर प्रक्रियाओं को ऑनलाइन और पारदर्शी तरीके से लागू करने के निर्देश दिए जाएं। साथ ही, विभागीय अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
अधिवक्ता स्वप्निल पाटिल ने इस मामले में माननीय आयुक्त से उचित कदम उठाने की अपील की है, ताकि सरकारी धन का दुरुपयोग रोका जा सके और विभाग में पारदर्शिता सुनिश्चित हो।