अवैध मटका की शिकायत करने पर मिली धमकी, उल्हासनगर पुलिस की भूमिका संदेहास्पद।

उल्हासनगर : नीतू विश्वकर्मा
ठाणे जिले के प्रहार जनशक्ती पक्ष के अध्यक्ष, एड. स्वप्निल दिलीप पाटील, ने उल्हासनगर पुलिस स्टेशन-1 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि शंकर मटका के अवैध कारोबार की शिकायत वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक ताम्हणे और पुलिस उपायुक्त (परिमंडल-4) से की थी, लेकिन इसके बाद उनका मोबाइल नंबर सीधे मटका व्यवसायी को दे दिया गया। इसके चलते शिकायतकर्ता को धमकी भरे फोन आए।
तड़ीपार अपराधी से मिली धमकी
एड. पाटील ने आरोप लगाया कि जिस व्यक्ति ने उन्हें फोन किया, वह खुद तड़ीपार अपराधी है, जिस पर एक दर्जन से अधिक गंभीर मामले दर्ज हैं। ऐसे में पुलिस द्वारा शिकायतकर्ता की जानकारी अपराधी को देना कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
उन्होंने आगे कहा कि पहले ही उनके खिलाफ टीडीआर, डीआरसी और आरसीसी रद्द होने के कारण उनकी जान को खतरा है। अब पुलिस प्रशासन के इस गैरजिम्मेदाराना रवैये से यह खतरा और बढ़ गया है।
“क्या मेरी हत्या की सुपारी दी गई?” – एड. पाटील
एड. पाटील ने उल्हासनगर पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि “क्या मेरी हत्या की सुपारी दी गई है? मस्साजोग में दिवंगत संतोष देशमुख की तरह क्या पुलिस मेरी हत्या की साजिश रच रही है?”
उन्होंने मांग की है कि संबंधित वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक पर तत्काल कार्रवाई की जाए और इस मामले की निष्पक्ष जांच हो। साथ ही, उन्होंने पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि उनके साथ कोई अनहोनी होती है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।