उल्हासनगर सेंट्रल पुलिस स्टेशन की छत्रछाया में खुलेआम DANCE BAR का संचालन — क्या कानून सिर्फ विट्ठलवाड़ी में लागू होता है?

उल्हासनगर प्रतिनिधि : नीतू विश्वकर्मा
जहां एक ओर विट्ठलवाड़ी पुलिस स्टेशन की हद में डांस बार पर सख्त निगरानी रखी जा रही है और बार समय पर बंद हो रहे हैं,
वहीं उल्हासनगर सेंट्रल पुलिस स्टेशन की सीमा में कानून की खुलेआम धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं।
सेंट्रल पुलिस की हद में “K-Night Dance Bar” नामक एक आलीशान बार नायर और शेट्टी नामक व्यक्तियों द्वारा पुलिस को ‘मैनेज’ कर निर्भीकता से चलाया जा रहा है — ऐसी चर्चाएं पूरे शहर में फैल चुकी हैं।
स्थानीय नागरिकों के अनुसार, विट्ठलवाड़ी क्षेत्र संवेदनशील घोषित है और वहाँ पुलिस बारों पर सख्त रवैया अपनाए हुए है, जबकि सेंट्रल पुलिस स्टेशन की सीमा में डांस बार मालिकों और कथित “सिटी ऑपरेटर्स” का दबदबा है।
शहर में यह कहावत सुनने को मिल रही है —
“सिटी वहीं चलता है जहाँ सेंट्रल पुलिस का साया हो!”
जब राज्यभर में कानून-व्यवस्था पर सरकार मंथन कर रही है और महाराष्ट्र में अधिवेशन चल रहा है, उसी दौरान ऐसे डांस बारों का खुलेआम संचालन क्या शासन और कानून की असफलता नहीं दर्शाता?
क्या यह डांस बारों की आड़ में शेट्टी गुटों का दबदबा है या पुलिस तंत्र की मिलीभगत?
क्या सेंट्रल पुलिस स्टेशन अब ‘सिटी’ कारोबारियों का केंद्र बन गया है?
“गाईला वाचवा आणि बाईला नाचवा”
जैसी कहावत आज के हालातों पर कटाक्ष करती प्रतीत होती है।
अब देखना यह है कि क्या प्रशासन इस मामले पर संज्ञान लेगा, या फिर यह मिलीभगत यूं ही जारी रहेगी?