“उल्हासनगर-5 में पानी की किल्लत से त्रस्त नागरिकों का फूटा गुस्सा – आत्मदाह की चेतावनी!”



उल्हासनगर : नीतू विश्वकर्मा
उल्हासनगर-5 के विरतानाजी नगर, पैनल क्रमांक 19 क्षेत्र में पिछले कई वर्षों से पीने के पानी की गंभीर समस्या बनी हुई है। इस बस्ती की महिलाओं को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ता है, जिससे उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय नागरिकों ने कई बार उल्हासनगर महानगरपालिका, आयुक्त और पाणी पुरवठा विभाग के अधिकारियों को निवेदन और लिखित अर्ज दिए, लेकिन दुर्भाग्यवश अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। इस घोर प्रशासनिक उदासीनता के विरोध में आज प्रभाग क्रमांक 4 कार्यालय पर जोरदार आंदोलन किया गया।
इस आंदोलन का नेतृत्व उल्हासनगर शहर जिल्हा काँग्रेस कमिटी के अनुसूचित जाती विभाग के पूर्व अध्यक्ष दीपक सोनोने, उत्तर भारतीय विभाग अध्यक्ष अनिल यादव, परिवहन विभाग अध्यक्ष आबासाहेब साठे, बाबाराव आढाव, कृष्ण बावस्कर, मोहन वाघ, शिवाजी आव्हालगे, दीपक पाखरे समेत कई प्रमुख पदाधिकारियों ने किया।
प्रदर्शनकारियों ने प्रभाग अधिकारी को निवेदन सौंपते हुए माँग की कि पानी की समस्या का तत्काल समाधान किया जाए और संबंधित अधिकारी अश्विन राठौड़ पर कठोर कार्रवाई की जाए। आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही समाधान नहीं किया गया, तो नागरिक आत्मदाह जैसा कठोर कदम उठाने को मजबूर होंगे।
निष्कर्ष:
उल्हासनगर-5 के नागरिक अब सब्र की सीमा पार कर चुके हैं। यह समस्या केवल जल आपूर्ति की नहीं, बल्कि मानवाधिकार और प्रशासनिक उत्तरदायित्व की भी है। प्रशासन को अब गंभीरता से संज्ञान लेना ही होगा।