छुट्टी के दिन असिस्टेंट टाउन प्लानर द्वारा मंजूर किए गए प्लान की जांच के आदेश।

उल्हासनगर: नीतू विश्वकर्मा
उल्हासनगर महानगर पालिका (यूएमसी) के असिस्टेंट टाउन प्लानर ललित खोबागड़े द्वारा एक नामचीन बिल्डर को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से किए गए संदिग्ध निर्णय की जांच के आदेश दिए गए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, असिस्टेंट टाउन प्लानर खोबागड़े ने 2 फरवरी (रविवार) को 3.16 करोड़ रुपये का प्रीमियम भरवाकर अपने अधिकार क्षेत्र में ही एक बड़े प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी। जबकि, नियमानुसार इतने बड़े प्रोजेक्ट की स्वीकृति के लिए महापालिका आयुक्त की अनुमति अनिवार्य होती है। खासकर जब मामला साइड मार्जिन कंजम्पशन से जुड़ा हो, जिसका अधिकार केवल आयुक्त को प्राप्त है।
इस मामले की शिकायत शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) उपशहर प्रमुख दिलीप मिश्रा ने 11 फरवरी को मुख्यमंत्री, नगर विकास मंत्री, प्रधान सचिव, नगर विकास सचिव और उल्हासनगर महानगर पालिका आयुक्त को मेल द्वारा भेजी थी।
शिकायत के आधार पर, महापालिका आयुक्त ने अतिरिक्त आयुक्त (2) किशोर गवस को मामले की जांच का आदेश दिया है। यह जांच M/S KGI Realty Pvt Ltd. के प्लॉट नंबर 45, CTS नंबर 17611(B), शीट नंबर 4, सेक्शन 3A, प्लॉट क्षेत्र 2467.970 वर्ग मीटर के प्लान को लेकर की जा रही है।
अब इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट प्रधान सचिव, नगर विकास सचिव और एंटी करप्शन विभाग को सौंपना अनिवार्य होगा। इस जांच में क्या निष्कर्ष सामने आते हैं, यह जल्द स्पष्ट हो जाएगा।