फ़िर से नवंबर महीना, फ़िर से वालधुनी नदी में केमिकल रिसाव की त्रासदी…
उल्हासनगर:-नीतू विश्वकर्मा
वैसे तो अंबरनाथ और उल्हासनगर के रहिवासियों द्वारा केमिकल रिसाव से होने वाली बदबू और वायु प्रदूषण की शिकायत आ रही है,
ऐसे में आज 5 नवंबर की रात वालधुनी नदी में एसिडनुमा घातक और विषैला केमिकल छोड़ते हुये अभी देर रात 1 बजकर 40 मिनट पे उल्हासनगर के समाजसेवी और वालधुनी नदीमित्र श्री पियुष वाघेला, नरेश सालवे और उनके मित्र परिवार द्वारा पकड़ाया,
वालधुनी नदी पुल, शांतिनगर के आगे, वालधुनी कल्याण में यह टैंकर से पाइप द्वारा वालधुनी नदी में केमिकल छोड़ रहा था।
शंका आनेपर पियुष वाघेला द्वारा पूछताछ करने पर टैंकर चालक फरार हो गया।
पुलिस प्रशासन, एमआईडीसी और एमपीसीबी प्रशासन द्वारा कोई भी ठोस कार्रवाई नही होने से टैंकर माफिया, केमिकल कारखाने दारों के हौसले बुलंद है,
ज्ञात हो कि उल्हासनगर वालधुनी नदी में 29 नवम्बर 2014 को हुई केमिकल त्रासदी को आज 8 साल पूरे हो जायेंगे, ज़हरीली केमिकल से 600 लोगों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था, परंतु आजतक इन कारखानों पर और टैंकर चालको पर कोई ठोस कारवाई ना होने से इनके हौसले बुलंद है और ये आज भी हमारी जान से खिलवाड़ कर रहे है।