सड़कों और क्रीड़ा संकुल की धीमी प्रगति पर आयुक्त का निरीक्षण, त्वरित कार्रवाई के निर्देश।



उल्हासनगर : नीतू विश्वकर्मा
उल्हासनगर महानगरपालिका की प्रशासक एवं आयुक्त ने एमएमआरडीए द्वारा संचालित सात सड़कों की निर्माण प्रगति, गोल मैदान में प्रस्तावित क्रीड़ा संकुल, और व्हीटीसी ग्राउंड पर स्वर्गीय बाळासाहेब ठाकरे मेमोरियल क्रीड़ा संकुल का निरीक्षण किया। इस दौरान, उन्होंने विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए संबंधित विभागों को सख्त निर्देश जारी किए।
निरीक्षण में शामिल प्रमुख परियोजनाएं:
1. नेताजी चौक से कैलास कॉलनी तक सीमेंट-कांक्रीट रोड।
2. न्यू इंग्लिश हाई स्कूल से लालचक्की होते हुए पेट्रोल पंप तक सीमेंट-कांक्रीट रोड।
3. ए-ब्लॉक से साईं बाबा मंदिर और डॉल्फिन क्लब होते हुए सेंचुरी ग्राउंड तक सीमेंट-कांक्रीट रोड।
4. सोनार चौक से शारदा कास्टल तक सीमेंट-कांक्रीट रोड।
5. हिरा घाट मंदिर से डर्बी होटल होते हुए समर्पण अपार्टमेंट तक सीमेंट-कांक्रीट रोड।
6. श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौक से शांतीनगर तक सीमेंट-कांक्रीट रोड।
7. वॉक्को कंपाउंड से विनस चौक होते हुए वीटीसी ग्राउंड तक सीमेंट-कांक्रीट रोड।
आयुक्त द्वारा दिए गए प्रमुख निर्देश:
1. गोल मैदान परियोजना:
प्रस्तावित क्रीड़ा संकुल का विस्तृत नक्शा और प्रेजेंटेशन उमपा द्वारा नियुक्त सलाहकारों से तैयार करने को कहा गया।
2. सड़क निर्माण में तेजी:
एमएमआरडीए की सड़कों की दैनिक प्रगति का निरीक्षण करने और प्रगति की तस्वीरें साझा करने का आदेश दिया।
सड़कों के निर्माण में बाधा डालने वाले अतिक्रमण, पेड़ों की कटाई और ड्रेनेज पाइप से संबंधित समस्याओं को तुरंत हल करने के निर्देश दिए।
नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी कार्य स्थलों पर बैरिकेडिंग और सूचना फलक लगवाने का निर्देश।
3. संयुक्त बैठक का आयोजन:
गुरुवार को एमएमआरडीए अधिकारियों और संबंधित ठेकेदारों के साथ संयुक्त बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए गए।
4. अवैध गतिविधियों पर सख्ती:
प्रभाग अधिकारियों को यातायात पुलिस के साथ समन्वय कर अवैध पार्किंग और अनधिकृत फेरीवालों पर कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया।
5. वीटीसी ग्राउंड परियोजना:
स्वर्गीय बाळासाहेब ठाकरे मेमोरियल क्रीड़ा संकुल का काम बंद होने पर ठेकेदार को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया गया।
6. स्वच्छता में सुधार:
गोल मैदान, वीटीसी ग्राउंड रोड, और स्वर्गद्वार श्मशानभूमि में कचरे की समस्या पाए जाने पर संबंधित सफाई निरीक्षकों को नोटिस जारी की गई। साथ ही, नियमित सफाई न होने पर शिस्तभंग की कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
इस निरीक्षण से प्रशासन की विकास कार्यों और स्वच्छता को प्राथमिकता देने की प्रतिबद्धता साफ झलकती है। स्थानीय निवासियों ने इस कदम का स्वागत किया है।