उल्हासनगर में फिर सक्रिय हुआ ऑनलाइन लॉटरी रैकेट, राजनीतिक लॉटरी माफिया की चुप्पी पर उठ रहे सवाल?

उल्हासनगर: नीतू विश्वकर्मा
शहर और आसपास के इलाकों में विन गेम ऑनलाइन लॉटरी का अवैध कारोबार एक बार फिर तेजी से फल-फूल रहा है। पहले, राज्य में राजश्री लॉटरी का संचालन होता था, जिसे उल्हासनगर और उसके आसपास के इलाकों में एक मजबूत राजनीतिक लॉटरी माफिया नियंत्रित करता था। जब राजश्री लॉटरी पर प्रतिबंध लगा, तो इस माफिया ने खुद का सॉफ्टवेयर बनाकर लॉटरी का नया धंधा शुरू किया, जिसमें जीएसटी की करोड़ों रुपये की हेराफेरी की गई। हालांकि, बाद में दबाव बढ़ने के कारण राजनीतिक लॉटरी माफिया ने अपना कारोबार बंद कर दिया।
लेकिन 2-4 महीने बाद, ठाणे के पटेल भाइयों ने उल्हासनगर और आसपास के शहरों में बड़े पैमाने पर लॉटरी का कारोबार शुरू कर दिया, जिससे स्थानीय लॉटरी माफिया असहज हो गया। इस प्रतिस्पर्धा से परेशान होकर, उल्हासनगर के लॉटरी माफिया ने एक नया नाटक रचा—उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उन्हें अंडरवर्ल्ड से धमकी भरे कॉल आ रहे हैं और जान को खतरा है।
सूत्रों के मुताबिक, इस कथित धमकी का उद्देश्य नई लॉटरी लॉबी पर दबाव बनाना और अपने धंधे को फिर से मजबूत करना हो सकता है। दिलचस्प बात यह है कि विन गेम ऑनलाइन लॉटरी पिछले चार महीनों से निर्बाध रूप से चल रही है, लेकिन उल्हासनगर का राजनीतिक लॉटरी माफिया अब पूरी तरह शांत है, जो कई सवाल खड़े करता है।
इस पूरे घटनाक्रम से यह स्पष्ट है कि शहर में लॉटरी माफिया, पुलिस और राजनीतिक प्रभाव के बीच एक गहरी साठगांठ हो सकती है। प्रशासन और पुलिस की निष्क्रियता भी संदेह के घेरे में है। क्या यह पूरा मामला सिर्फ प्रतिस्पर्धा खत्म करने की साजिश है, या इसके पीछे कुछ और बड़ा खेल छिपा है? यह आने वाले समय में ही स्पष्ट होगा।