उल्हासनगर में होली और जुमा की नमाज को लेकर शांति और भाईचारे की अपील।

उल्हासनगर: नीतू विश्वकर्मा
होली और जुमा की नमाज के मद्देनजर उल्हासनगर के विभिन्न सामाजिक संगठनों और धार्मिक संस्थाओं ने नागरिकों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की है।
मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों ने कहा कि यदि गलती से किसी पर होली का रंग पड़ जाए, तो उसे मुस्कुराकर स्वीकार करें और भाईचारे की मिसाल पेश करें। उन्होंने इस्लाम के पैगंबर हजरत मोहम्मद के जीवन से सीख लेने की बात कही, जिन्होंने हमेशा सहनशीलता और प्रेम का संदेश दिया।
सभी सामाजिक संगठन, धर्मगुरु, राजनीतिक नेता और वरिष्ठ नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे होली और जुमा की नमाज के दौरान आपसी सौहार्द बनाए रखें। अपील में कहा गया कि उल्हासनगर अपनी एकता और भाईचारे के लिए जाना जाता है, और इसे बरकरार रखना हम सभी की जिम्मेदारी है।
अपील में नागरिकों से विशेष अनुरोध किया गया:
होली के रंगों में खुशियां मनाएं, लेकिन किसी को परेशान न करें।
जुमा की नमाज के दौरान शांति और सम्मान बनाए रखें।
किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में तुरंत पुलिस को सूचित करें।
इस पहल का नेतृत्व उल्हासनगर मुस्लिम समाज, महाराष्ट्र पूरोगामी मुस्लिम समाज संघटना और उल्हासनगर नगर कब्रस्तान ट्रस्ट ने किया है। उन्होंने नागरिकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि आपसी समझ और सौहार्द ही शहर की सबसे बड़ी ताकत है।