उल्हासनगर में पर्यावरण दिवस पर ‘हिराली फाउंडेशन’ द्वारा ध्वनि प्रदूषण के प्रति जागरूकता और स्वास्थ्य जांच शिबिर का आयोजन





उल्हासनगर : नीतू विश्वकर्मा
5 जून 2025 पर्यावरण दिवस के अवसर पर ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हिराली फाउंडेशन द्वारा एक विशेष स्वास्थ्य जांच शिबिर का आयोजन किया गया। यह शिबिर हियरिंग वेल क्लिनिक और गेटवेल क्लिनिक, उल्हासनगर कैंप-3 में संपन्न हुआ, जिसमें कानों और आंखों की मुफ्त जांच की गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता हिराली फाउंडेशन की अध्यक्षा एडवोकेट सरिता खानचंदानी और एडवोकेट पुरुषोत्तम खानचंदानी ने की। उनके साथ ऑडियोलॉजिस्ट श्रीमती डिंपल कुकरेजा, श्री सतीश कुकरेजा और वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. राज इसरानी की अहम भूमिका रही।
नीरी संस्था द्वारा उल्हासनगर को देश के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में से एक घोषित किया गया है। ध्वनि प्रदूषण, विशेष रूप से ट्रैफिक और शहरी शोर के कारण, आज एक गंभीर समस्या बन चुका है। इसका सबसे अधिक प्रभाव पुलिस कर्मियों, पत्रकारों और सामाजिक संस्थाओं के कार्यकर्ताओं पर पड़ता है, जो 24 घंटे सेवा में संलग्न रहते हैं।
इस गंभीरता को समझते हुए शिबिर में ट्रैफिक पुलिस, पत्रकार बंधु, एनजीओ प्रतिनिधि, ऑटो रिक्शा चालक और नागरिकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। जांच के दौरान 183 लोगों की आंखों की जांच की गई, जिसमें से 55 लोगों को मुफ्त चश्मे वितरित किए गए। वहीं, 201 से अधिक प्रतिभागियों के कानों की ऑडियोग्राम जांच भी की गई।
इस शिबिर में परिमंडल-4 के पुलिस उपायुक्त श्री सचिन गोरे, विठ्ठलवाडी पुलिस निरीक्षक अनिल पडवळ, हिललाइन पुलिस निरीक्षक अनिल जगताप, ट्रैफिक निरीक्षक मनीष राजे, एसआईईएस कॉलेज के पर्यावरण विभाग प्रमुख डॉ. विष्णु प्रसाद, कॉलेज के विद्यार्थी एवं अनेक गणमान्य नागरिकों ने उपस्थित रहकर लाभ उठाया।
हिराली फाउंडेशन द्वारा किया गया यह प्रयास न केवल स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का प्रतीक है, बल्कि ध्वनि प्रदूषण जैसे अदृश्य खतरे के प्रति समाज को सतर्क करने की दिशा में एक सकारात्मक पहल भी है।