शासन द्वारा अधिसूचित न की गयी वालधुनी नदी को नदी घोषित करने का काम किस विभाग का है..!!??

अंबरनाथ : नीतू विश्वकर्मा
कार्यकारी अभियंता ठाणे सिंचाई विभाग, कलवा ठाणे द्वारा अंबरनाथ नगर परिषद को प्राचीन शिव मंदिर व आसपास के परिसर को विकसित करने के बारे में पत्र दिया गया है, उसके अनुसार, शिव मंदिर परिसर को विकसित करने के लिए प्राचीन शिव मंदिर के पास स्थित वालधुनी नाला/नदी जलस्रोत पर घाट बनाने के लिए इस विभाग की सहमति चाहिए, इस हेतु पत्र दिया गया था, जलसंपदा विभाग द्वारा प्रत्यक्ष जांच करने पर प्राचीन शिव मंदिर के पास वालधुनी नाला/नदी का जलप्रवाह है और यह नाला / नदी उनके रेकॉर्ड में अधिसूचित नहीं है। साथ ही इस बारे में नीली बाढ़ रेखा और लाल बाढ़ रेखा का सर्वेक्षण नहीं किया गया है, और जल संसाधन विभाग का काम बाढ़ रेखा का निर्धारण तक ही सीमित है, इसलिए निषिद्ध क्षेत्र और नियंत्रित क्षेत्र में जनहित के दृष्टिकोण से आवश्यक कार्यों के लिए जल संसाधन विभाग की सहमति प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं होगी, यह निर्णय स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं द्वारा लेना है।ऐसा पत्र उपकार्यकारी अभियंता ठाणे सिंचाई विभाग कलवा द्वारा अंबरनाथ नगर परिषद को दिया गया है।
तो, 960 वर्ष प्राचीन शिव मंदिर के पास बहने वाली, देश के पहले रेलवे को पानी की आपूर्ति करने वाली वालधुनी नदी को नदी घोषित करने का काम किस विभाग का है यह बड़ा प्रश्न वालधुनी नदी संरक्षण समिति पदाधिकारियों के समक्ष खड़ा है।