विधानसभा चुनाव मे भाजपा उम्मीदवार को सताने लगा पराभव का डर।

उल्हासनगर : नीतू विश्वकर्मा
आगामी नवंबर महीने मे होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीती और राजनीती दोनो ही गर्मा गयी है। यहाँ सिक्के के दो पहलु यानी दोस्ती का गठबंधन प्रमुख और भाजपा नेताओ का बड़बोलापन के बीच जुबानी जुतम पेंजर चल रहा है।
सिक्के के दो पहलु यानी कल सांसद डा.शिंदे आये हुए थे तो उनसे मिलने तुतारी की बीन बजाने वाले ओमी कालानी भी अपने प्रवक्त्ता को गोद मे बैठाकर डा.शिंदे जी से भेट करने पहुंच गये तो वही महायुति का बीन बजाने वाले भाजपा के जिल्हा अध्यक्ष,विधायक अपने सहयोगी माजी नगरसेवको के साथ पहुंच गये।
मीटिंग ख़त्म हुई सब अपने अपने यहाँ जब निकले तो नेताओं का मुह छेक कर खड़े पत्रकार नेताओ के मोटी चमड़ी की खाल उधेड़ने लगे। पत्रकारो के जवाब मे प्रदीप रामचंदानी ने पप्पू कालानी के खिलाफ शहर वासियों को बेवकूफ बनाने वाला जवाब देकर विधायक कुमार आयलानी को खुश कर रहे थे।
शहरवासी प्रदीप की बातो को अब अहमियत नही दे रहे है उसकी वजह है की हॉल ही मे जब पूर्व विधायक पप्पू कालानी प्रदीप के आफिस मे गये तो प्रदीप ने पप्पू कालानी की जमकार आवभगत किया था। ये भी शहर वासियों ने देखा था यही नही ओमी कालानी को जन्मदिन की शुभेक्च्छा देने भी बढ़चढ़कर भाजपाई पहुचे थे।ऐसी ओछी राजनीती करने से अच्छा मौनी बाबा बनाना वो अच्छा है।
वही प्रदीप को फ़ाइल चोर बोलने वाले ओमी कालानी शायद यह भूल गये की पांच वर्ष पहले भाजपा का झंडा उठाकर यही विधायक और प्रदीप सहित अन्य नगरसेवको के साथ महापालिका इलेक्शन मे गली गली भटक रहे थे।अब भाजपा वाले तीखी मिर्ची लगने लगे है।शहर वासियों को महापालिका,विधानसभा चुनाव मे सिर्फ और सिर्फ कालानी और आयलानी द्वारा बेवकूफ बनाया जाता है। इसलिए इस बार न कालानी न आयलानी इस बार नये चेहरे को चांस दिया जाना चाहिए।