शिवसेना (शिंदे) विधायक डॉ. बालाजी किनीकर ने मात्र ₹27 लाख में एमआईडीसी का 1394 वर्ग मीटर प्लॉट अंबरनाथ में कैसे हासिल किया।

अंबरनाथ : नीतू विश्वकर्मा
शिवसेना (शिंदे) के विधायक डॉ. बालाजी किनीकर और उनकी पत्नी शीला, जो दोनों ही दंत चिकित्सक हैं, को COVID के समय अस्पताल बनाने के लिए एमआईडीसी ने अंबरनाथ में 1394 वर्ग मीटर का प्लॉट आवंटित किया था। हालांकि, उनके निवेशक साझेदार की मृत्यु के कारण अस्पताल का प्रोजेक्ट शुरू नहीं हो सका। इसके बाद, तीन बार के विधायक बालाजी ने एमआईडीसी से भूमि के उपयोग को ‘अस्पताल’ से बदलकर ‘होटल और लॉजिंग’ में बदलवा दिया, जिससे भूमि की कीमत बढ़कर ₹3.6 करोड़ हो गई। इस प्लॉट को बचाने के लिए उन्होंने फिर से एमआईडीसी से उपयोग को ‘प्राइवेट आईटी पार्क’ में बदलने का आग्रह किया, लेकिन यह भी सफल नहीं हो सका। अब मुख्यमंत्री की सिफारिश के बाद, एमआईडीसी ने प्लॉट की कीमत घटाकर मात्र ₹27,81,020 कर दी और तीसरी बार उपयोग को फिर से ‘अस्पताल’ में बदल दिया गया।
वही जब शौर्य टाइम्स ने इस विषय पर विधायक बालाजी कीनिकर से बात की तो उन्होंने कहा की आगामी चुनावों से पहले, अंबरनाथ के शिवसेना नेता और विधायक डॉ. बालाजी किनिकर ने विरोधियों पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा, “चुनाव आते ही विरोधियों द्वारा मुझ पर आरोप लगाने की शुरुवात हो जाती है, लेकिन अंबरनाथ के लोग मुझे पिछले 15 वर्षों से जानते हैं और मेरे कार्यों से परिचित हैं।”
डॉ. किनिकर ने स्पष्ट किया कि उन्होंने एक आम नागरिक की तरह सारी कागजी प्रक्रिया और संबंधित शुल्क भरकर प्लॉट खरीदे हैं। उन्होंने कहा, “मुझे जनता की सेवा में 15 साल हो चुके हैं, और जनता मुझ पर पूरा विश्वास करती है।”
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि गलत जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। “दिशाभूल कर जनता में भ्रम फैलाने वाले लोगों पर कानूनी कार्रवाई जरूर करूंगा,” डॉ. बालाजी किनिकर ने जोर देते हुए कहा।
डॉ. किनिकर के इस बयान के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है और आने वाले चुनावों में यह मुद्दा चर्चा का विषय बन सकता है।